राजस्व विभाग के मुताबिक अब तक प्रदेश को बारिश, लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड के कारण 600 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। प्रशासन ने कहा कि बारिश के कारण नुकसान का आकंड़ा अभी और बढ़ सकता है। राजस्व विभाग के अधिकारी ने कहा कि प्रदेश भर में 164 जानवरों की जान भी आपदा के कारण गई है। 154 मकानों को नुकसान पहुंचा है। 106 पशु घर तबाह हो गए हैं। अधिकारी ने कहा कि राज्य के 14 पुल को नुकसान पहुंचा है। 31 गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रदेश में पांच रिलीफ कैंप लगाए गए हैं। जिनमें 357 आपदा प्रभावित लोग रहे हैं। प्रशासन उनके खाने-पीने का इंतजार कर रहा है।
250 से अधिक सड़कें बंद, बिजली आपूर्ति ठप
प्रदेश में बादल फटने, भूस्खलन और बारिश से कई हलकों में बिजली-पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। बुधवार सुबह 10:00 बजे तक 250 से अधिक सड़कें आवाजाही के लिए बंद रहीं। 1361 बिजली ट्रांसफार्मर व 639 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक सड़कें बंद हैं।
अति भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने मंडी, कांगड़ा, सिरमौर जिले में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। शिमला, सोलन और मंडी में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने नदी-नालों के किनारे न जाने की हिदायत दी है। इसी बीच मंडी में एक बार फिर बादल फटने के कारण पुल बह गया। बीते 24 घंटे में कांगड़ा के नगरौटा सुइयां में 102 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
गुजरात और एमपी में हालात खराब
गुजरात में भी कई जिलों में भारी बारिश हुई। अहमदाबाद, सूरत, नवसारी की हालत सबसे ज्यादा खराब है। नवसारी में पूर्णा नदी उफान पर है। नदी का पानी निचले इलाकों में घुस गया। मकान 3-4 फीट तक पानी में डूब गए। अहमदाबाद, बनासकांठा में भी तेज बारिश हुई। इसके कारण सड़कों पर पानी भर गया। मध्य प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने के कारण मानसून जमकर बरस रहा है। शहडोल में बीते 24 घंटे में 4 इंच बारिश हुई। आधी रात में 3 हजार से ज्यादा घरों में पानी भर गया। लोग घबरा गए।