हॉस्टल में मिला शव
पुलिस आयुक्त एस. देव दत्ता सिंह ने बताया कि छात्रा, जो नेपाल के बीरगंज क्षेत्र की रहने वाली थी, कंप्यूटर साइंस की स्नातक छात्रा थी। गुरुवार शाम करीब 7 बजे गर्ल्स हॉस्टल में उसका शव बरामद किया गया। फॉरेंसिक और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और हॉस्टल की अन्य छात्राओं से पूछताछ की। छात्रा के परिजनों और नेपाल दूतावास को सूचित कर दिया गया है।
90 दिनों में दूसरा मामला
इससे पहले, 16 फरवरी 2025 को 20 वर्षीय नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की KIIT हॉस्टल में आत्महत्या से मौत हो गई थी। उस मामले में एक सहपाठी द्वारा उत्पीड़न का आरोप लगा था, जिसके बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। प्रकृति ने यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल रिलेशंस ऑफिस में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन उचित कार्रवाई न होने के आरोप लगे। नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) ने इसे यूनिवर्सिटी की “घोर लापरवाही” करार दिया था।
प्रशासन और छात्रों में तनाव
फरवरी की घटना के बाद KIIT प्रशासन ने 1,100 नेपाली छात्रों को कैंपस खाली करने का आदेश दिया था, जिसके बाद नेपाल सरकार और भारत के विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद यूनिवर्सिटी को माफी मांगनी पड़ी। इस बार भी छात्रों ने यूनिवर्सिटी की लापरवाही का आरोप लगाया है। प्रदर्शनकारियों ने स्वतंत्र छात्र संगठन और पारदर्शी जांच की मांग की है।
जांच और प्रतिक्रिया
ओडिशा सरकार ने फरवरी की घटना के बाद एक उच्चस्तरीय समिति गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं हुई है। NHRC और पुलिस इस नए मामले की जांच कर रहे हैं। KIIT प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
छात्रों की मांग
नेपाली छात्रों ने कैंपस में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने की मांग की है। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा, “हमें एक स्वतंत्र छात्र संगठन चाहिए जो हमारी आवाज उठाए और ऐसी घटनाओं पर पारदर्शिता बरती जाए।” यह घटना KIIT यूनिवर्सिटी के लिए एक गंभीर चुनौती बन रही है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय छात्रों की सुरक्षा और यूनिवर्सिटी प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठ रहे हैं। जांच के नतीजे और प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।