राजेंद्र राजन्ना ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने और अपने पिता के हनीट्रैप का शिकार होने की बात कही है। राजेंद्र ने बताया कि यह मामला काफी पहले शुरू हुआ था, जब उन्हें फोन और वीडियो कॉल्स के माध्यम से संपर्क किया गया था। हालांकि, उन्होंने इस पर पहले चुप्पी साधे रखी और इस बारे में बात नहीं की, लेकिन जब मामला विधानसभा में सामने आया तो उन्होंने इस पर खुलकर बात की।
राजेंद्र राजन्ना ने कहा, “मैं और मेरे पिता हनीट्रैप का शिकार हुए हैं। यह मामला कई महीनों से चल रहा था। शुरुआत फोन कॉल्स और वीडियो कॉल्स से हुई थी। हमने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन आज जब यह मामला विधानसभा में उठा, तो मैंने इस पर बात करने का निर्णय लिया। हम चाहते हैं कि इस मामले की पूरी जांच हो।”
राजेंद्र ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से भी बात की है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि उन्हें फंसाने की कोशिश क्यों की गई। उन्होंने कहा, “शायद लोग मेरे पिता के.एन. राजन्ना से बहुत प्यार करते हैं। यह मामला पिछले पांच-छह महीने से चल रहा था। शुरुआत में यह सब सामान्य कॉल्स और वीडियो कॉल्स के रूप में था, लेकिन समय के साथ यह स्थिति बढ़ी।” उन्होंने कहा कि वह इस मामले की जांच करवाने के लिए मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से बात करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि जो भी इसके पीछे है, उसे बेनकाब किया जाए।
राजेंद्र राजन्ना ने कहा कि वह इस मामले की पूरी जांच चाहते हैं ताकि यह पता चल सके कि इसके पीछे कौन लोग हैं। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए और इस मामले में पूरी पारदर्शिता हो।”