दरअसल, पिछले सप्ताह आप ने चुनाव प्रचार के लिए एक पोस्टर जारी किया। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन व नई दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित का फोटो लगाकर भ्रष्टाचारी बता दिया। इस पर कांग्रेस ने एतराज जताते हुए चुनाव आयोग से भी शिकायत की। इसके साथ ही आप को सबक सिखाने के लिए केजरीवाल समेत अन्य नेताओं को निशाने पर लेना शुरू कर दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के नेताओं ने चुनाव जीतने के लिए हर एंगल से ताकत लगाना शुरू कर दिया है। दिल्ली में करीब 17 फीसदी दलित वोटर है। राहुल ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत अरविंद केजरीवाल की सीट नई दिल्ली में स्थित वाल्मीकि मंदिर से कर संदेश दिया। इसी तरह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज से आप के सांसदों में दलित-ओबीसी की संख्या पर सवाल करवाया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव सचिन पायलट समेत अन्य प्रमुख नेताओं की सभाएं व जनसंपंर्क मुस्लिम, दलित और ओबीसी बाहुल्य क्षेत्रों में हो रही है। वहीं भाषण में केजरीवाल का शराब घोटाले से लेकर लोकपाल तक का जिक्र आना शुरू हो गया है।
…तो आप को हो सकता है नुकसान
राजनीति के जानकारों का मानना है कि कांग्रेस ने यदि सिर्फ मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया तो भाजपा को कोई खास फायदा नहीं होगा। इससे इतर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 12 सीटों के साथ ओबीसी क्षेत्रों में कांग्रेस ने घुसपैठ कर दी तो आप को बड़ा नुकसान हो सकता है। इससे भाजपा फायदे में रह सकती है।
एक-दूसरे पर सीधे हमले
इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस और आप भले ही साथ हो, लेकिन दिल्ली चुनाव में अब दोनों एक दूसरे पर सीधे हमले कर रहे हैं। कांग्रेस ने केजरीवाल व आप के खिलाफ वीडियो भी जारी किए हैं।
वापसी के लिए आप का करना होगा सफाया
माकन साफ कह चुके हैं कि आप को कमजोर किए बिना कांग्रेस मजबूत नहीं हो सकती है। देश में कांग्रेस की वापसी के लिए दिल्ली में पार्टी को मजबूत होना जरूरी है। अब एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि आप ने कांग्रेस का कभी ख्याल नहीं रखा तो हम क्यों रखें। हरियाणा व गुजरात इसके उदाहरण है। हम भाजपा के चुनाव जीतने या हारने के एंगल से बात नहीं कर रहे हैं। हमें हमारी पार्टी को मजबूत करना लक्ष्य है। आप ने अब तक दिल्ली में सरकार में सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के परंपरागत वोटों पर कब्जा कर बनाई है। अब हमें वापसी के लिए आप का सफाया करना जरूरी है।