कैसा रहा छतरपुर का चुनावी इतिहास?
साल 2008 में दिल्ली की छतरपुर विधानसभा अस्तित्व में आई थी। इसके बाद 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर में
कांग्रेस प्रत्याशी बलराम सिंह तंवर ने 5030 वोटों से चुनाव में जीत हासिल की। बलराम सिंह तंवर को 32406 वोट मिले थे। जबकि भाजपा उम्मीदवार को 27376 वोट प्राप्त हुए। इसके बाद साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-भाजपा के साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से उभरी आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में उतरी।
खास बात ये रही कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के बाद अस्तित्व में आई आम आदमी पार्टी को इस सीट पर जीत तो नहीं मिली, लेकिन इसका फायदा भाजपा ने उठाया। भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर ने कांग्रेस के बलराम तंवर को 16124 वोट से चुनाव में मात दी। साल 2013 में भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर को 49975 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के बलराम सिंह तंवर को 33851 वोट प्राप्त हुए थे। वहीं आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी। इसके बाद साल 2015 और साल 2020 में आम आदमी पार्टी करतार सिंह तंवर को चुनाव में जीत मिली।
की चुनौती साल 2015 में ये रहा छतरपुर विधानसभा का चुनाव परिणाम
साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान
आम आदमी पार्टी से करतार सिंह तंवर चुनावी मैदान में थे। जबकि भाजपा ने ब्रह्म सिंह तंवर पर दांव लगाया था। कांग्रेस ने यहां बलराम सिंह तंवर को चुनावी मैदान में उतारा था। कांटे की टक्कर के बीच आम आदमी पार्टी के करतार सिंह तंवर ने भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर को 22239 वोटों से चुनाव हरा दिया। आप के करतार सिंह तंवर को 67,644 वोट मिले थे। जबकि भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर को 45,405 वोट प्राप्त हुए थे। वहीं कांग्रेस के बलराम सिंह तंवर को भी 9,339 वोट मिले थे।
साल 2015 में फिर आम आदमी पार्टी ने फहराया जीत का झंडा
बात अगर साल 2020 के विधानसभा चुनाव की करें तो एक बार फिर आम आदमी पार्टी के करतार सिंह तंवर ने भाजपा को चुनाव में मात दे दी। साल 2020 में करतार सिंह तंवर को 69,411 वोट मिले थे। जबकि भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर को 65,691 वोट प्राप्त हुए थे। इसके साथ ही कांग्रेस के उम्मीदवार सतीश लोहिया को 3,874 वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी के करतार सिंह तंवर ने भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर को 3720 वोटों से चुनाव हराया। यह बेहद मामूली अंतर था। हालांकि 10 जुलाई 2024 को करतार सिंह तंवर ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन कर ली। इसके बाद साल 2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर एक बार वह छतरपुर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं।