इसका मतलब ये है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत जहां निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। वहीं PM-ABHIM योजना से सरकारी अस्पतालों में भी इलाज के लिए तमाम सुविधाएं मिलेंगी। 10 अप्रैल यानी गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और दिल्ली सरकार के बीच इसे लेकर समझौते (MOU) पर हस्ताक्षर हुए। इसकी जानकारी स्वयं दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दी है। वहीं भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुए समझौते के बीच आम आदमी पार्टी पर बड़ा सियासी हमला बोला है।
मोहल्ला क्लीनिक से भी अधिक सुविधाएं, 400 केंद्र खुलेंगे
इस योजना के लागू होने के बाद दिल्ली सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 तक 400 नए केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए जमीन का चयन और स्टाफ की ट्रेनिंग भी की जा रही है। ये नए केंद्र मोहल्ला क्लीनिक से भी अधिक सेवाएं प्रदान करेंगे। यहां कैंसर की जांच, टीकाकरण, परिवार नियोजन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) और उप-केंद्रों (Sub-Centres) को पूरी तरह से सुविधायुक्त बनाया जाएगा। इसके अलावा, टीबी की सटीक जांच के लिए NAT मशीनें लगाने की भी योजना बनाई जा रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर MBBS डॉक्टर होंगे तैनात
दिल्ली में अन्य राज्यों के मुकाबले एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। यहां कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) की बजाय MBBS डॉक्टर इन केंद्रों पर तैनात किए जाएंगे। ये सभी केंद्र भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक (IPHS) 2022 के अनुसार बनाए जाएंगे, जिसमें बिल्डिंग, स्टाफ, दवाएं, जांच उपकरण और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं शामिल होंगी। वर्तमान में दिल्ली के अस्पतालों में विशेष रूप से गंभीर मरीजों के इलाज (Critical Care) और जांच (Diagnostics) में कमी महसूस की जा रही है।
PM-ABHIM के तहत अस्पतालों में बनेंगे क्रिटिकल केयर ब्लॉक
इसी कमी को दूर करने के लिए PM-ABHIM के तहत अस्पतालों में 50 से 100 बिस्तरों वाले नए ‘Critical Care Block’ बनाए जाएंगे। ये ब्लॉक अस्पताल का हिस्सा होते हुए भी, स्वास्थ्य संकट के समय अलग से कार्य कर सकेंगे और सामान्य दिनों में सामान्य विभाग की तरह काम करेंगे। इसके अतिरिक्त, दिल्ली के सभी 11 जिलों के अस्पतालों में एक-एक ‘इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब’ बनाई जाएगी, जिनके तैयार होने में करीब 6 महीने का समय लगेगा, जैसा अधिकारियों ने बताया।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने क्या कहा?
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का आभार और अभिनंदन करती हूं। यह अभियान दिल्ली में केवल मतदाताओं की वजह से लागू हुआ है। अन्यथा तत्कालीन आम आदमी पार्टी की सरकार ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी कि आयुष्मान भारत दिल्ली में लागू न हो। इसके लिए दिल्ली के सभी सांसदों को हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाना पड़ा था।” बांसुरी स्वराज ने आगे कहा “आज पीएम अभीम योजना दिल्ली में लागू हुई है। पांच अप्रैल को नड्डा ने दिल्ली में पीएम जन आरोग्य योजना लागू की थी। अब दिल्लीवासियों को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। दिल्ली के सभी सीनियर सिटीजंस को इसका बड़ा लाभ मिलेगा। महावीर स्वामी की जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरी दिल्ली में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 2400 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी है।”
सीएम रेखा गुप्ता ने बताया ऐतिहासिक दिन
आज दिल्ली के लिए ऐतिहासिक दिन है। आज दिल्ली के इतिहास में नया अध्याय लिखा जा रहा है। आज हमारी सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन को लागू करने का समझौता साइन किया। यह ऐसा कदम है जिसमें दिल्ली के निवासियों के लिए स्वास्थ्य की सारी दिशाएं खुल गईं। अब उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा है ‘स्वस्थ भारत-समर्थ भारत।’ यह बिल्कुल सही बात है। अगर भारत स्वस्थ होगा तभी समर्थ भी होगा।
छोटे अस्पतालों में भी मिलेगी बड़ी सुविधाएं
70 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए आयुष्मान वय वंदना कार्ड पहले ही दिल्ली में लॉन्च किया जा चुका है। दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो अब दिल्ली में PM-ABHIM योजना भी लागू होगी। इसके लागू होने से सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों का ढांचा मजबूत होगा। PM-ABHIM का मुख्य उद्देश्य सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं को बेहतर करके हेल्थकेयर सिस्टम को सुधारना है, ताकि आपातकालीन स्थितियों (जैसे कोरोना महामारी या आपदाएं) से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। छोटे स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर बड़े अस्पतालों तक हर स्तर पर सुविधाओं को सुधारा जाएगा।