कोविड वैक्सीन के कारण मौतें नहीं पिछले कुछ समय में युवाओं की हार्ट अटैक से मौतों को कोडिव वैक्सीन के दुष्प्रभाव से जोड़ने के सवाल पर स्वामीनाथन ने कहा कि वैक्सीन का असर कुछ महीने तक था इतने साल बाद वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। कोविड के बाद लोग सेंसेटिव ज्यादा हो गए हैं और सोशल मीडिया की वजह से इतने मामले और चर्चाएं सामने आती हैं। मौतें कोविड का जरूर हो सकती हैं। आईसीएमआर की स्टडी में सामने आया है कि जिन्हें शुगर और हाई ब्लड प्रेशर है और कोविड हुआ था उनमें हार्ट अटैक की आशंका बढ़ गई है।
बर्न आउट है बीमारी स्वामीनाथन ने कहा कि दफ्तर में काम के दबाव के कारण होने वाली थकान ‘बर्नआउट’ है। यह बर्नआउट भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक थकावट की स्थिति है जो अत्यधिक और लंबे समय तक तनाव के कारण होती है। डब्ल्यूएचओ ने इसे बीमारी के रूप में वर्गीकृत किया है।
अभी चीन पर निर्भरता दवा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के सवाल पर स्वामीनाथन ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में काफी काम कर रहा है लेकिनअभी भी बहुत कुछ चाइना पर निर्भरता है। इस पर व्यवस्थित ढंग से कुछ करना होगा। सरकार कई योजनाएं ला रही है जिससे लागत कम हो और हम आत्मनिर्भर बनें।