इजराइल में है अडानी का हाइफा पोर्ट
मिडिल ईस्ट का तनाव निश्चित रूप से अडानी ग्रुप के लिए चिंता का विषय है। इजराइल के हाइफा पोर्ट में अडानी की हिस्सेदारी है। अडानी पोर्ट्स ने साल 2023 में इस पोर्ट में 70 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। यह पोर्ट उत्तरी इजराइल में स्थित है। ईरान ने इस पोर्ट पर भी बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं। हालांकि, पोर्ट को कोई नुकसान नहीं हुआ था। यह बंदरगाह अडानी पोर्ट्स की सालाना कार्गो वॉल्यूम में 3 फीसदी योगदान देता है।
निगेटिविटी करती है सच्चाई से ज्यादा आवाज
एजीएम में गौतम अडानी यूएस स्टेट डिपार्टमेंट और ग्रुप पर FCC से जुड़े आरोपों पर भी बोले हैं। अडानी ने कहा, ‘हमें यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट और एफसीसी से अडानी ग्रीन एनर्जी से संबंधित आरोपों का सामना करना पड़ा। लेकिन सारे शोर-शराबे के बावजूद फैक्ट यही है कि अडानी ग्रुप के किसी भी व्यक्ति पर FCPA का उल्लंघन करने या न्याय में बाधा डालने का आरोप नहीं लगा है।’ इस उतार-चढ़ाव भरे वर्ष में भी हम ऐसे ग्रुप के रूप में खड़े हैं, जो सीमाओं से परे सपने देखने का साहस करता है। अडानी ने कहा, ‘हम ऐसी दुनिया में रहते हैं, जहां निगेटिविटी सच्चाई से ज्यादा आवाज करती है। जैसे-जैसे हम कानूनी प्रक्रियाओं में सहयोग कर रहे हैं, मैं यह भी दोहराना चाहता हूं कि हमारी गवर्नेंस ग्लोबल स्टैंडर्ड की है और हमारा अनुपालन फ्रेमवर्क नॉन-नेगोशिएबल है।’
ये हैं Adani AGM 2025 की खास बातें:
कंसोलिडेटेड आंकड़ों की बात करें, तो अडानी ग्रुप का रेवेन्यू 7% बढ़ा है। एबिटडा 8.2 फीसदी बढ़ा है। वहीं, शुद्ध डेट-टू-एबिटडा रेश्यो 2.6x पर अच्छा बना हुआ है। कुल रेवेन्यू 2,71,664 करोड़ रुपये रहा था। वहीं, ग्रुप का एडजस्टेड एबिटडा 89,806 करोड़ रुपये था। अडानी ग्रुप ने अगले 5 साल में 15 से 20 अरब डॉलर कैपेक्स खर्च का टार्गेट रखा है। अडानी पावर ने 100 अरब यूनिट उत्पादन को पार कर लिया है। इसका लक्ष्य साल 2030 तक 31 गीगावॉट कैपेसिटी तक पहुंचना है।
अडानी ग्रीन भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क बना रहा है। अडानी न्यू इंडस्ट्रीज ग्लोबल स्केल पर इलेक्ट्रोलाइजर्स और सोलर मॉड्यूल्स बना रही है। अडानी पोर्ट्स 450 MMT कार्गो को मैनेज कर रहा है।
अडानी एयरपोर्ट्स ने वित्त वर्ष 2025 में रिकॉर्ड 9.40 करोड़ पैसेंजर्स को मैनेज किया है।