पूर्व सरपंच दुर्गा शंकर गुर्जर, ग्रामीण प्रवीण जैन, लीलाधर श्रृंगी आदि ने बताया कि लिंक सड़क से एक दर्जन से अधिक गांव जुड़े हुए हैं। मेगा हाइवे से जुड़ी होने और मुय लिंक सड़क होने से इस मार्ग पर रात दिन आवागमन बना रहता है। सड़क की लंबे समय से मरमत नहीं होने से जगह जगह से उखड़ कर क्षतिग्रस्त हो चुकी है और गहरे गड्ढे पड़े हुए हैं। रात को तेज गति से आने वाले वाहन अचानक गड्ढों में गिरने से वाहन चालक दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं।
वही सड़क पर गिट्टी उखड़ कर फैली हुई है, जिससे दुपहिया वाहन फिसल कर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। सड़क के दोनों ओर पड़ी मिट्टी में बरसाती पानी भर जाता है और वाहन धंसने का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने बताया की सड़क की मरम्मत करवाने को लेकर कई बार सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन इस ओर अब तक ध्यान नहीं दिया जाने से वाहन चालकों एवं राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणो ने बरसात का सीजन शुरू होने से पहले सड़क का मरम्मत कार्य करवाने की मांग की है।
जुड़े हैं एक दर्जन गांव
बलकासा लिंक सड़क से बलकासा, बोरदा माल, श्रीपुरा, अरनेठा, नयागांव आदि करीब एक दर्जन गांव जुड़े हुए हैं और सड़क मार्ग से दिन रात आवागमन होता रहता है। वहीं बलकासा गांव में प्राचीन धार्मिक स्थल मां कालिका मन्दिर होने से श्रद्धालुओं आते है। लिंक सड़क उखड़ जाने से श्रद्धालुओं को परेशानियों हो रही है।