इधर, पांच महीने में खाद्य विभाग की टीम ने दो लाल मिर्च ब्रांड पर प्रतिबंध लगाया है। प्रयोगशाला भेजे गए नमूनों की जांच निगेटिव आई थी। इसके बाद विभाग ने इन ब्रांड पर प्रतिबंध लगाया है। साथ ही इन्हें रिटेल दुकानों से वापस मंगाकर नष्ट कराने के निर्देश कंपनी को दिए हैं। हैरानी की बात यह है कि जब रिपोर्ट आई उससे पहले लाखों लोग इस लाल मिर्च का उपयोग खाने में कर चुके हैं।
यह बात सही है कि जिले में मिलावटी खाद्य सामग्री का विक्रय तो हो रहा है। जांच के दौरान १५० से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। कुछ की रिपोर्ट आ चुकी है। अमला कम होने से विधिवत रूप से जांच नहीं हो पा रही है।
-फूड डाई की खपत प्रति माह १५० किलो
-जिले में सभी प्रकार की दुकानों की संख्या ६७५३ हैं।
-जिले में थोक व फुटकर दुकानों की संख्या ४५०० से अधिक।