31 दिसंबर तक खरीदी समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी शुरू होने के पहले सीजन में ही पंजीयन कराने के बाद 4 हजार 354 किसान केंद्र पर अभी तक नहीं पहुंचे। यही नहीं सोयाबीन बेचने के लिए 1110 किसानों ने स्लाट बुकिंग करने के बाद अभी तक सिर्फ 550 किसानों ने उपज की तौल की है। सरकार ने पच्चीस अक्टूबर से तौल शुरू की है। 31 दिसंबर तक खरीदी के लिए तिथि निर्धारित की है। किसानों की उपज का भुगतान भी चालीस लाख रुपए से अधिक बाकी है। केंद्रों की तुलना में मंडी में आठ गुना अधिक उपज की विक्रय हुई है।
केंद्रों की तुलना में मंडी में आठ गुना पहुंची उपज सोयाबीन केंद्रों की तुलना में मंडी में आठ गुना उपज की तौल हुई। केंद्र पर अब तक 9 हजार 930 क्विंटल की तौल हुई है। जबकि मंडी में 72 हजार क्विंटल से अधिक उपज की तौल हो चुकी है। अभी भी हर रोज दो से तीन क्विंटल उपज प्रतिदिन मंडी में पहुंच रही है। तीन हजार रुपए से 4200 रुपए तक उपज के भाव मिल रहे हैं। बुधवार को न्यूनतम 3200 रुपए क्विंटल भाव दर्ज किया गया है। मॉडल भाव 3850 रुपए प्रति क्विंटल का भाव दर्ज किया गया।
चालीस लाख से अधिक भुगतान बाकी समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों के खाते में अभी तक 2.56 करोड़ भुगतान का दावा है। तीन दिन पहले की स्थिति में 40 लाख रुपए से अधिक का भुगतान बाकी है। इधर, दो दिन हो रही तौल को जोड़ दिया जाए तो बकाया राशि का भुगतान इससे अधिक हो जाएगा।
केंद्रों का भ्रमण कर चेक की गुणवत्ता जिला विपणन अधिकारी रोहित श्रीवास्तव ने खरीद केंद्रों का भ्रमण कर गुणवत्ता चेकी। बुधवार को हरसूद क्षेत्र के मंत्री एग्रो वेयर हाउस केंद्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान किसानों को गुणवत्ता चेक के बाद तौल कराई गई। एक दिन पहले मंगलवार को भी निरीक्षण कर कई केंद्रों पर व्यवस्थाएं देखी और किसानों से सुविधाओं को लेकर चर्चा की। कुछ केंद्रों पर केंद्र प्रभारियों ने किसानों की ओर से भुगतान की उठाई गई मांग रखी गई।
फैक्ट फाइल 5,463-कुल पंजीयन1110-स्लाट बुकिंग 550-तौल करने वाले किसान9,930-अब तक कुल तौल 2.56 करोड़ -अब तक भुगतान40.75 लाख- बकाया भुगतान ————————————- वर्जन केंद्र पर उपज की तौल करने वाले किसानों का भुगतान किया जा रहा है। 31 दिसंबर तक तौल चलेगी। केंद्रों पर किसानों की सुविधाओं को लेकर लगातार भ्रमण किया जा रहा है।
रोहित श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी