अपनी पहली कैबिनेट बैठक के दौरान, ट्रंप ने सैन्य उपकरणों की अफगानिस्तान से वापसी की मांग के साथ उन सैन्य नेताओं को हटाने की भी वकालत की जो उनके अनुसार आपदा जैसी वापसी के लिए जिम्मेदार थे। ट्रंप ने तालिबान पर छोड़े गए अमरीकी हथियारों से लाभ कमाने का आरोप भी लगाया और कहा कि उन्होंने रक्षा सचिव पीट हेगसेथ से उपकरणों की वापसी की संभावना जांचने के लिए कहा है।
ट्रंप ने दावा किया कि तालिबान अब अमरीकी सैन्य उपकरणों को बड़े पैमाने पर बेच रहा है, जिससे अफगानिस्तान ‘दुनिया के सबसे बड़े सैन्य उपकरण विक्रेताओं में से एक’ बन गया है। ट्रंप ने कहा, ‘क्या आप यकीन कर सकते हैं, वे 7,77,000 राइफलें, 70,000 बख्तरबंद ट्रक और वाहन बेच रहे हैं… इन्हें हमने वहां उनके लिए छोड़ दिया था। मुझे लगता है कि हमें इन सैन्य उपकरणों को वापस लेना चाहिए।’
ट्रंप ने अपनी इस मंशा को भी जाहिर किया कि अफगानिस्तान से वापसी की योजना के जिम्मेदार शीर्ष सैन्य अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। ट्रंप ने कहा कि मैं रक्षा सचिव पीट हेगसेथ को यह नहीं बताऊंगा कि क्या करना है, लेकिन अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा, ‘मैं पीट की जगह होता, तो उनमें से हर एक को निकाल देता।’ हेगसेथ ने पुष्टि की कि उनके नेतृत्व में रक्षा विभाग सेना वापसी की पूरी समीक्षा कर रहा है और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रहा है। ट्रंप को उम्मीद है कि पेंटागन की समीक्षा के बाद उन अधिकांश जनरलों को हटा दिया जाएगा, जो इस वापसी के लिए जिम्मेदार थे। इस सैन्य वापसी ने अमरीकी नागरिकों और सहयोगियों को संकट में डाल दिया था, अरबों डॉलर के सैन्य उपकरण छोड़ दिए गए थे, और काबुल हवाई अड्डे के एबे गेट के बाहर एक आत्मघाती हमले में 13 अमरीकी सैनिकों की मौत हो गई थी।
‘बगराम को वापस लेने जा रहा है अमरीका’ ट्रंप ने कहा कि मेरे नेतृत्व में अमरीका अफगानिस्तान से बाहर निकल रहा था। मैं ही वह शख्स था जिसने सैन्य उपस्थिति को 5,000 से कम किया, पर हम बगराम (वायु सेना अड्डा) में मौजूदगी बनाए रखने वाले थे – अफगानिस्तान के कारण नहीं, बल्कि चीन के कारण, क्योंकि यह वायु सेना अड्डा उस जगह से ठीक एक घंटे की दूरी पर है जहां चीन परमाणु मिसाइल बनाता है।
ट्रंप ने आगे कहा, ‘बगराम एयरबेस दुनिया के सबसे बड़े एयरबेस में से एक है। इसका रनवे दुनिया के सबसे बड़े और शक्तिशाली रनवे में से एक है। इसे बहुत भारी कंक्रीट और स्टील से बनाया गया था। और हमने इसे छोड़ दिया। क्या आप जानते हैं कि इसे कौन नियंत्रित कर रहा है? चीन। क्योंकि बाइडन ने इसे छोड़ दिया। हम इसे वापस लेने वाले हैं।’