यह 41.54 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना 3104 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगी, जिसमें से 1684 करोड़ रुपये का खर्च सड़क निर्माण पर आएगा, जबकि शेष धनराशि जमीन अधिग्रहण पर खर्च की जाएगी। इस परियोजना के लिए करीब 260 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी, जिससे 30 से अधिक गांवों के किसान प्रभावित होंगे।
नई फोरलेन सड़क के बनने से गाजीपुर से चंदौली जाने वाले वाहनों को बनारस होकर नहीं जाना पड़ेगा। वे सीधे चंदौली होते हुए बिहार की ओर रवाना हो सकेंगे। इस परियोजना के तहत डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का कार्य प्रारंभ हो चुका है, और जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण कुमार कटियार ने बताया कि डीपीआर तैयार करने के बाद इस प्रोजेक्ट से जनता को बड़ा लाभ मिलेगा।