बताया जा रहा है कि वह योजना के तहत पेश हुआ। चूंकि पुलिस ने सभी को इकट्ठा करने का आरोप अभिलाष पर लगा दिया था, इसलिए वह सारे बयान रटकर पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने एक दिन रिमांड पर लेने के बाद सोमवार को कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया।
आरोपी जीतू पर साध रहा चुप्पी
एसआइटी ने आरोपी से पूछताछ की, वह रटे-रटाए बयान दे रहा है। जीतू को लेकर कुछ बताने को तैयार नहीं है। एडिशनल डीसीपी यादव के मुताबिक, अभि पत्तलदोने बनाने का कारखाना चलाता है। आरोपी का कहना है कि जीतू का कालरा से विवाद की जानकारी लगी तो उसे सबक सिखाने की ठानी। दोस्तों को इकट्ठा कर कालरा के घर पहुंच गए। वह नहीं मिले तो आक्रोश में घटनाक्रम को अंजाम दिया। पता नहीं था कि इतना हंगामा हो जाएगा। हालांकि कारें किसकी थी, यह नहीं बता रहा। वह जीतू के कहने पर गया? इस पर भी चुप रहा। कॉल रिकॉर्ड न मिले, इसलिए मोबाइल फॉर्मेट कर दिया। केस में पुलिस 27 आरोपियों की पहचान का दावा कर रही है जबकि, 21 गिरफ्तार हो गए हैं।
कालरा ने भी दिए वॉइस सैंपल
जीतू यादव के बाद सोमवार को पार्षद कमलेश कालरा ने वॉइस सैंपल दिए। अब फॉरेंसिक जांच होगी। वायरल ऑडियो की आवाज से इनका मिलान होगा। प्रयागराज भी हो आया जीतू
जीतू जब सैंपल देने आया तो वह भी भोपाल में रिश्तेदार के घर होने का कह रहा था। वह प्रयागराज भी घूमकर आया। पुलिस ने घर पर नोटिस चस्पा किया है तो इंदौर आ गया। अफसरों का कहना है कि अभी घटनाक्रम को लेकर उससे कोई बात नहीं की है।
आवाज मैच हुई तो बचा नहीं पाएगी पुलिस
विशेषज्ञों का दावा है कि पुलिस जीतू व कालरा की आवाज की जांच करवा रही है। आवाज की पुष्टि हुई तो फिर जीतू को आरोपी बनाना होगा, केस में यह रिपोर्ट पुख्ता सबूत भी बनेगी। पुलिस आरोपियों की कॉल डिटेल व रियल टाइम लोकेशन भी हासिल कर रही है।