अतिक्रमण व उदासीनता के चलते संकट में आया प्राचीन हनुमान मंदिर, कभी जुटती थी भक्तों की भीड़
वर्तमान में झाडिय़ों से पटा है परिसर, मंदिर ट्रस्ट में अध्यक्ष व सचिव हैं कलेक्टर और एसडीएम सिगरौली. जिले के इकलौते संकटमोचन मंदिर का अस्तित्व संकट में है। अतिक्रमण व उदासीनता के बीच वर्तमान में परिसर झाडिय़ों से पट गया है। मंदिर में कभी भक्तों की भीड़ जुटती थी। अब वे पुराने दिन नहीं लौटे […]
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वर्तमान में झाडिय़ों से पटा है परिसर
वर्तमान में झाडिय़ों से पटा है परिसर, मंदिर ट्रस्ट में अध्यक्ष व सचिव हैं कलेक्टर और एसडीएम सिगरौली. जिले के इकलौते संकटमोचन मंदिर का अस्तित्व संकट में है। अतिक्रमण व उदासीनता के बीच वर्तमान में परिसर झाडिय़ों से पट गया है। मंदिर में कभी भक्तों की भीड़ जुटती थी। अब वे पुराने दिन नहीं लौटे हैं। यह हाल तब है जब मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष कलेक्टर और सचिव एसडीएम हैं। ये जिम्मेदार अधिकारी मंदिर परिसर की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराने व व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
इकलौते हनुमान मंदिर में कभी जुटती थी भीड़
जिला मुख्यालय में स्थित सौ साल पुराना प्राचीन हनुमान मंदिर स्थापित है। मंदिर परिसर का एरिया पूरा एक एकड़ से अधिक है। यह शासन की ओर से मंदिर व परिसर के लिए जमीन आवंटित की गई थी। मगर वर्तमान में करीब सात डिसमिल में मंदिर का संचालन सिमट कर रह गया है। जबकि, यहां अधिक संख्या में भक्तों की भीड़ पूजा-पाठ करने के लिए पहुंचती है। जगह के अभाव में श्रद्धालुओं को परेशानियों की दौर से गुजरना पड़ता है। वर्तमान की स्थिति देखकर ऐसा साबित होता है कि धीरे-धीरे करके मंदिर का संकट बढ़ता ही जा रहा है। किसी आयोजन पर आसपास मेें लोगों को खड़ा होने तक लिए भी स्थान नहीं रहता है।
दूसरे परिसर में होते हैं आयोजन
मंदिर का रकबा भले ही एक एकड़ से अधिक का हो लेकिन मंदिर में होने वाले आयोजन दूसरे परिसर में कराए जाते हैं। वर्तमान में मंदिर परिसर में केवल हनुमान चालीसा व सुंदर कांड पाठ का आयोजन श्रद्धालु करते हैं। इसके अलावा यदि बड़े आयोजन कराने हैं तो रामलीला मैदान सहित अन्य स्थानों को चिह्नित किया जाता है।
2015-16 बनाया गया था ट्रस्ट
वर्ष 2015-16 में प्राचीन हनुमान मंदिर के लिए ट्रस्ट बनाया गया था। उस दौरान श्रद्धालुओं की उम्मीद जगी थी कि ट्रस्ट के अध्यक्ष व सचिव मंदिर परिसर को अतिक्रमणमुक्त कराकर समतलीकरण, बांउड्रीवाल, नाली व सडक़ निर्माण के साथ मंदिर का जिर्णोंद्धार कराएंगे। मगर ऐसा कुछ नहीं किया गया। यही कारण है कि मंदिर परिसर का एरिया अतिक्रमण से सिकुड़ता जा रहा है।
टीनशेड निर्माण में समस्या
हनुमान मंदिर परिसर में टीनशेड निर्माण के लिए विधायक ङ्क्षसगरौली रामनिवास शाह ने दस लाख रुपए दिया है। मगर अब टीनशेड का निर्माण कहां कराया जाए। क्योंकि परिसर के चारों तरफ मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है। बताया गया है कि पीडब्ल्यूडी विभाग को राशि दी गई है। मगर अब टीनशेड निर्माण कराने की कवायद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है।
मामला संज्ञान में है
मंदिर के सामने वाली दुकानों का मामला न्यायालय में चल रहा है। जबकि मंदिर के पीछे तरफ अतिक्रमण किया गया है। जिसे हटाने की कवायद बहुत जल्द शुरू की जाएगी। मामला संज्ञान में है।
सृजन वर्मा, एसडीएम सिगरौली
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