बैठक में ये नेता भी रहे मौजूद
बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी तथा पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, गुरमीत सिंह और लाल चंद कटारूचक भी मौजूद थे। किसान नेताओं के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा दोनों किसान संगठनों से बहुत सद्भावपूर्ण वातावरण में चर्चा हुई है। किसान कल्याण के सभी कामों को जो मोदी सरकार की प्राथमिकता है, हमने सामने रखीं। हमने किसान नेताओं की बातें भी सुनीं। बहुत अच्छी चर्चा हुई है। अगली बैठक 19 मार्च को चंडीगढ़ में होगी। किसानों की मांगों और समस्याओं पर विचार विमर्श किया
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैठक में
किसानों की मांगों और समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया। सरकार और किसान नेताओं के बीच एक खुला संवाद हुआ। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण थी कि इसमें किसानों ने अपनी बात को सीधे तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री के सामने रखा।
किसानों ने रखी यह मांग
बैठक में केंद्र के सामने किसानों ने मांग रखी थी कि बाहर से दाले न मंगाई जाएं। उन्हें ही एमएसपी दी जाए। वहीं पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बैठक का मुख्य विषय MSP की कानूनी गारंटी है। सभी
किसान नेताओं ने इसके लिए अपने विचार रखे। यह एक अच्छी चर्चा रही और मुझे उम्मीद है कि यह चर्चा सकारात्मक रहेगी।
2 से 3 और फसलों पर MSP देने के लिए तैयार है केंद्र
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार 2 से 3 और फसलों के लिए एमएसपी देने को तैयार है, जबकि किसान सभी 23 फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी की मांग कर रहे हैं।