रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव उत्तर कोरिया के दौरे पर हैं। इसके कई मायने हैं। उधर, यूक्रेन के नए दावे ने दुनिया भर में खलबली मचा दी है। इससे अब ट्रंप की टेंशन भी बढ़ सकती है।
रूसी विदेश मंत्री अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष के साथ बातचीत करने के लिए नॉर्थ कोरिया पहुंचे हैं। इससे यह साफ होता है कि दोनों देश के बीच कुछ न कुछ खिचड़ी पक रही है। हालांकि, दोनों देश की तरफ से आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया है कि वे द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा कर रहे हैं।
वॉनसन शहर में उतरा रूसी विदेश मंत्री का विमान
रूसी विदेश मंत्री का विमान वॉनसन शहर में उतरा। लावरोव रविवार तक उत्तर कोरिया में रहेंगे। इसके बाद वह शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की विदेश मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए चीन जाएंगे। उत्तर कोरिया में लावरोव अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष चोई सोन-हुई के साथ बातचीत करेंगे। हालांकि दोनों के बीच किस संबंध में बातचीत होगी, इसके बारे अब तक कुछ नहीं बताया गया है।
पिछले साल पुतिन गए थे उत्तर कोरिया
बता दें कि पिछले साल जून में प्योंगयांग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन (Kim Jong Un के बीच शिखर सम्मेलन के दौरान ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके बाद से रूस और उत्तर कोरिया अपने व्यापक सहयोग को मजबूत कर रहे हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि लावरोव की उत्तर कोरिया की यात्रा बेहद महत्वपूर्ण समय में हो रही है।
यूक्रेन के दावे ने सबको चौंकाया
दरअसल, यूक्रेनी खुफिया एजेंसी का दावा है कि उत्तर कोरिया यूक्रेन में रूस का समर्थन करने के लिए 25,000 से 30,000 अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करने की तैयारी कर रहा है। पिछले साल भी उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में भारी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात किया था। हालांकि, तब संख्या इतनी नहीं थी। इस साल, उत्तर कोरिया पिछले बार की तुलना में अपने 11 हजार अतिरिक्त सैनकों को यूक्रेन में तैनात करने की तैयारी कर रहा है। इस नए दावे से अमेरिका की टेंशन बढ़ सकती है।
बता दें कि अमेरिका रूस से लगातार निराश होता जा रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन पर शांति वार्ता को कमजोर करने का आरोप लगाया है और यूक्रेन को और अधिक समर्थन देने का वादा किया है।
ट्रंप के इस बयान के बाद रूस की बढ़ी हलचल
ट्रंप ने दो दिन पहले अपने आधिकारिक बयान में कहा कि वह पुतिन से खुश नहीं है। इसके साथ, उन्होंने यह भी साफ कर दिया था कि वह रूस को सबक सिखाने के लिए यूक्रेन को और हथियार भेजेंगे। ट्रंप ने यह भी कहा कि रूस और यूक्रेन के सैनिक हजारों की संख्या में मर रहे हैं। वह रूस पर और भी प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। इस बयान तुरंत बाद रूसी विदेश मंत्री का उत्तर कोरिया दौरा कुछ बड़ा होने का संकेत देता है।