सपनों को साकार करने के लिए बचत व निवेश पर फोकस जरूरी
प्रदीप गुप्ता सीइओ, कोटक महिंद्रा इक्विटी, मुंबई
नए साल में बचत और निवेश का लक्ष्य तय करना आपको बड़े सपनों को साकार करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। बचत जीवन के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा प्रदान करती है। पिछले चार वर्षों में भारत ने निवेश-आधारित मजबूत वृद्धि दर्ज की, जिसमें उपभोग (कंजम्पशन) पर अपेक्षाकृत कम ध्यान दिया गया। सरकार का मुख्य फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने पर रहा। निवेश के बाद उपभोग वृद्धि में आमतौर पर समय लगता है। आगामी समय में ब्याज दरों में कमी, मुद्रास्फीति में स्थिरता, मजबूत फसल उत्पादन और ग्रामीण आय बढ़ाने के प्रयास उपभोग सुधार को गति देंगे। कॉर्पोरेट क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग, यूटिलिटीज और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर निवेश चक्र का नेतृत्व कर सकते हैं। पावर सेक्टर में बड़े खिलाड़ी, विशेषकर रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स में, अपने कैपेक्स बढ़ा रहे हैं। स्टील और सीमेंट जैसे क्षेत्रों में उच्च उपयोग दर ऑपरेटिंग लीवरेज को बढ़ावा दे सकते हैं। सीमेंट सेक्टर में विस्तार और विलय की गतिविधियां जारी रहेंगी। उपभोग में गिरावट अपने निचले स्तर पर है, लेकिन सुधार की गति धीमी रहेगी।
वित्त वर्ष 2025-26 की कमाई के अनुमानों के प्रति सतर्कता बरतनी होगी। घरेलू मैन्युफैक्चरिंग और मांग में सुधार की संभावना है। 2025 वैश्विक मैक्रोइकोनॉमिक अनिश्चितताओं के कारण चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अमरीका और चीन की आर्थिक स्थिति का प्रभाव भारतीय बाजारों पर पड़ेगा। ऐसे में बॉटम-अप स्टॉक चयन पर ध्यान देना महत्त्वपूर्ण होगा। इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और यूटिलिटीज जैसे कैपेक्स-आधारित सेक्टर निवेश चक्र से लाभान्वित होंगे। भारतीय इक्विटी महंगी बनी हुई हैं। बड़े-कैप स्टॉक्स निवेश के लिए उपयुक्त हैं, जबकि मिड-कैप्स और फंड्स में चयनात्मक रुख अपनाना होगा। जोखिम प्रबंधन के लिए मल्टी-एसेट रणनीतियां, जैसे हाइब्रिड फंड्स, बेहतर विकल्प हो सकते हैं। डेट म्यूचुअल फंड्स में स्थिरता की संभावना है।
सोने में दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक है, और इसकी कीमतें 3000 डॉलर तक जा सकती हैं। दिसंबर 2024 में सोने में मजबूत निवेश दर्शाता है कि खरीदारों के निवेश पोर्टफोलियो में सोना अब भी उच्च प्राथमिकता रखता है। हालांकि, निकट भविष्य में अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है। कुल मिलाकर, विविधता और सतर्क दृष्टिकोण अपनाकर भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के इस दौर में लाभ उठाया जा सकता है।
Hindi News / Prime / Opinion / सपनों को साकार करने के लिए बचत व निवेश पर फोकस जरूरी