90 मीटर की दूरी बन गई थी चुनौती
बता दें कि 90 मीटर की दूरी केवल एक आंकड़ा नहीं थी, बल्कि नीरज चोपड़ा के लिए यह एक चुनौती बन चुकी थी। वह कई बार इस आंकड़े के बेहद करीब पहुंचे थे, लेकिन हर बार 88 या 89 मीटर तक सीमित रह गए। टोक्यो ओलंपिक और बुडापेस्ट वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के बावजूद यह सवाल बना रहता था कि क्या नीरज कभी 90 मीटर को पार कर पाएंगे? अब इसका जवाब नीरज ने पूरी दृढ़ता के साथ दे दिया है।तीसरे प्रयास में फेंका ऐतिहासिक थ्रो
नीरज चोपड़ा ने जब तीसरे प्रयास में यह ऐतिहासिक थ्रो किया, तो पूरा मैदान झूम उठा। इस प्रदर्शन में उनके नए कोच जान जेलेज्नी की भूमिका भी अहम मानी जा रही है। नीरज ने हाल ही में जर्मन कोच डॉ. क्लॉस बार्टोनिएट्ज को हटाकर तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जेलेज्नी (चेक गणराज्य) को अपना कोच बनाया था।अरशद नदीम 90 मीटर के क्लब में पहले से मौजूद
अब इस थ्रो के साथ नीरज अब 90 मीटर क्लब में शामिल हो गए हैं, जिसमें ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता पाकिस्तान के अरशद नदीम जैसे खिलाड़ी पहले से मौजूद हैं। यह उपलब्धि नीरज के लिए सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी एक बहुत बड़ी जीत है।सालभर में 56 मेडल, नेशनल से लेकर इंटरनेशनल लेवल तक एथलीट्स बजा रहें डंका
85.64 मीटर के साथ एंडरसन ने जीता कांस्य
दोहा में यह नीरज का इस सीजन का पहला बड़ा मुकाबला था, जहां उनका सामना दो बार के वर्ल्ड चैंपियन और 2024 ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ग्रेनेडा के पीटर्स एंडरसन, चेकिया के याकुब वाडलेजच (2024 के दोहा विजेता), जर्मनी के वेबर जूलियन और मैक्स डेह्निंग, केन्या के जूलियस येगो और जापान के रोडरिक जेंकी डीन जैसे दिग्गजों से हुआ। एंडरसन 85.64 मीटर के साथ कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।नीरज के तीन सर्वश्रेष्ठ थ्रो
90.23 मीटर – दोहा डायमंड लीग 202589.94 मीटर – स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022
89.30 मीटर – पावो नूरमी गेम्स 2022