‘काल नगरी’ की कहानी
टीवी एक्टर चेतन हंसराज ने अपने नए शो ‘काल नगरी’ को लेकर कहा है कि यह कोई आम टीवी शो नहीं है, बल्कि कुछ नया और खास है। उनके मुताबिक, इस शो की कहानी, बनाने का तरीका और इस्तेमाल की गई तकनीक अब तक भारत में बहुत कम देखी गई है। चेतन का मानना है कि ‘काल नगरी’ भारतीय टीवी इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने वाला शो है और यह दर्शकों को एक अलग और ताज़ा अनुभव देगा। चेतन ने आगे कहा, ”हमने कल्पना की कि आज की मुंबई 30–40 साल बाद कैसी होगी, और अगर कोई गैंग पूरे शहर पर राज करने लगे तो क्या होगा? यहीं से ‘काल नगरी’ की दुनिया की शुरुआत हुई। इस कहानी में तीन मुख्य किरदार, एक पत्रकार, एक जासूस और एक ईमानदार पुलिस अफसर हैं। ये तीनों मिलकर उस ताकतवर अपराधी गैंग से लड़ते हैं जिसने पूरे शहर में डर और कब्जा फैलाकर रखा हुआ है।”
‘काल नगरी’ बनाना बहुत मुश्किल
एक्टर ने बताया कि शुरुआत में ‘काल नगरी’ बनाना बहुत मुश्किल था। उन्होंने कहा, “शुरू में हम बहुत डरे हुए थे। कुछ भी सही नहीं हो रहा था। हर चीज में हमें नाकामी मिल रही थी। लेकिन फिर धीरे-धीरे चीजें समझ आनी लगीं। पहले महीने में हमें कई सीन्स को दोबारा शूट करने पड़े। लेकिन जब चीजें समझ आ गईं, तो काम आसान और मजेदार हो गया।” चेतन ने कहा, ”लोग पहले सिर्फ सोचते थे कि ‘कभी ना कभी ऐसा कुछ बनाएंगे,’ लेकिन हमने न केवल सोचा बल्कि इसे सच में करके भी दिखाया। हमने भारत को एआई से बनी कहानियों में दुनिया के नक्शे पर ला दिया है। हमें किसी अन्य देश का इंतजार नहीं था कि वो पहले कुछ बनाए और फिर हम उनकी नकल करें। हमने सोचा कि क्यों न खुद ही सबसे पहले कुछ नया करें और हमने कर दिखाया।”
सीरीज के लिए दिन-रात मेहनत की
‘ब्रह्मराक्षस’ शो के एक्टर ने खुलासा किया कि ‘काल नगरी’ को सिर्फ ढाई महीने में पूरा किया गया। इस शो में बेहद छोटी सी टीम शामिल है, जिसमें 8 से 9 कलाकार शामिल हैं, जिनकी उम्र करीब 20–25 साल है। सभी ने दिन-रात मेहनत की, ताकि शो को इतने कम समय में पूरा किया जा सके। सभी की मेहनत की वजह से इतना बड़ा प्रोजेक्ट इतने कम समय में बन पाया।