शिकायतों को किया नजरअंदाज
इन लेखपालों ने शिकायतों के निपटारे को गंभीरता से नहीं लिया। जिन मामलों को निस्तारित किया गया, उनमें भी कई बार शिकायतकर्ता से संपर्क नहीं किया गया। इस तरह की कई शिकायतें सामने आई हैं। इसके अलावा, ये लेखपाल कई बार बैठकों से गायब रहे, राजस्व कार्यों में रुचि नहीं दिखाई और अफसरों के फोन भी नहीं उठाए। इन्हीं वजहों से इनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है और जांच भी शुरू कर दी गई है।
16 लेखपालों पर कार्रवाई
मुख्य राजस्व अधिकारी कुंवर पंकज ने बताया कि एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर 16 लेखपालों पर कार्रवाई की गई है। वहीं, फूलपुर तहसील के दो लेखपाल राहुल और राकेश कुमार को चेतावनी दी गई है। एसडीएम दिग्विजय सिंह ने बताया कि इन दोनों ने विरासत से जुड़े मामलों में भी लापरवाही की है।
धरने पर बैठे लेखपाल
मेजा में दो लेखपालों के निलंबन से नाराज होकर लेखपालों ने शुक्रवार को तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। सभी लेखपाल काली पट्टी बांधकर कार्य से विरत रहे और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निलंबन वापस नहीं लिया गया तो बेमियादी हड़ताल करेंगे। लेखपाल संघ के अध्यक्ष कुलदीप यादव ने कहा कि रमाशंकर और सूर्य प्रकाश को बिना ठोस कारण निलंबित किया गया। मंत्री धवल पांडेय ने आरोप लगाया कि झूठी शिकायतों के आधार पर कार्रवाई की गई है, जिससे लेखपाल संघ आहत है। धरना प्रदर्शन में कई पदाधिकारी और लेखपाल शामिल हुए।