पूरा ऑपरेशन बगैर चीड़फाड़ के हुआ
खास बात ये है कि यह ऑपरेशन बिना चीरफाड़ के दूरबीन विधि से बहुत छोटे छेदों के द्वारा ख़राब किडनी को 90 मिनट में बाहर निकाल दिया गया यह ऑपरेशन रेलवे हॉस्पिटल में दूरबीन विधि के द्वारा पहली बार सफलतापूर्वक किया गया Iलेप्रोस्कोपिक सर्जरी पारंपरिक ओपन सर्जरी के तुलना में कई लाभ प्रदान करती है जैसे कम दर्द, जल्दी रिकवरी , छोटा निसान , हॉस्पिटल में कम समय तक रहना, कम रक्त स्राव, जल्दी अपने रूटीन काम पर लौटना I
मरीज को काफी समय से गुर्दे में पथरी कि समस्या थी जिसके लिए किसी डाक्टर को न दिखा कर गाव में झाड़ , फुक और झोला छापो के चकरो में फसी थी और इलाज में काफी समय ओर पैसा बर्बाद किया।
मूत्र रोग विशेषज्ञ सर्जन डॉ अभिषेक शुक्ला ने बताया कि गुर्दे और उसकी पथरी के समय पर और उचित इलाज के लिए क्वालिफाइड डाक्टर से संपर्क करना ही सही रहता है अन्यथा कई बार अज्ञानता या इलाज में लापरवाही के वजह से मरीज को अपना गुर्दा गवाना पड़ता है
इस ऑपरेशन की सफलता से चंदा देवी के परिवार को बहुत राहत मिली है। सर्जिकल टीम को इस सफल ऑपरेशन के लिए चिकत्सा निदेसक डॉ संजीव कुमार हन्डू ने बधाई दी I
इस ऑपरेशन में वरिष्ट निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ अलोक यादव, डॉ प्रगति पाण्डेय और मंजू देवी सोनकर मुख्य नर्सिंग अधीक्षक , वरिष्ट नर्सिंग अधीक्षक हरीश कुमार शर्मा, नर्सिंग अधीक्षक प्रीती,अभिषेक ग्लैडविन, ड्रेसर अमित शुक्ला,आरती प्रसाद , मनमोहन लाल , हॉस्पिटल असिस्टेंट मूल चन्द, राजेंद्र कुमार तिवारी, रेखा सिंह, लवकुश व रोमेश कुमार,सर्रिफुद्दीन, गीता देवी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई I