महिला ने क्या कहा ?
पत्रिका उत्तर प्रदेश की टीम जब ग्राउंड जीरो पर पहुंची, तो वहां एक महिला रोती हुई दिखाई दी, जिसका टेंट पूरी तरह जल चुका था। जब हमने उनसे पूछा कि क्या बचा और क्या जल गया, तो उन्होंने बताया कि वह कानपुर से आई हैं और दिल की मरीज हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास लगभग ₹100,000 थे, जो सब जल गए। हालांकि, जब उन्होंने टेंट की राख में कुछ खोजने की कोशिश की, तो उन्हें कुछ जलें हुए पैसे मिले। अब उनका डर था कि वह कहां रहेंगी और आगे की व्यवस्था कैसे होगी।
मेला प्रशासन ने दिया आश्वासन
मेला प्रशासन ने आश्वासन दिया कि जिनका भी नुकसान हुआ है, उनके लिए फिर से टेंट की व्यवस्था की जाएगी। पूरे इलाके को साफ करके फिर से टेंट सिटी वहां बनाई जाएगी, और प्रभावित लोगों को उसमें जगह दी जाएगी। ठाकुर जी नहीं मिल रहे हैं!
इसके अलावा, एक और व्यक्ति जिसका टेंट पूरी तरह जल चुका था, जब हमने उनसे पूछा कि वे इस राख में क्या ढूंढ रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि उनके ठाकुर जी नहीं मिल रहे हैं। आसपास के लोग, जिनके टेंट जल गए थे, अपने सामान को देख रहे थे और जल चुकी चीजों में से कुछ न कुछ ढूंढने की कोशिश कर रहे थे।