दरअसल, महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में दो डबल डेकर ई-बसें भेजी गई थीं, लेकिन शहर में कई अंडरब्रिज की कम ऊंचाई के कारण इनका संचालन शुरू नहीं हो पाया। नतीजतन, ये बसें पिछले दो महीनों से राजापुर स्थित प्रयाग डिपो में खड़ी थीं। अब रोडवेज विभाग ने उन रास्तों का चयन कर लिया है जहां इन बसों के संचालन में कोई तकनीकी अड़चन नहीं होगी।
इन रूटों पर चल रही तैयारी प्राप्त जानकारी के अनुसार, डबल डेकर ई-बसें दो प्रमुख रूटों पर चलेंगी — पहला रूट प्रयागराज एयरपोर्ट से सिविल लाइंस बस स्टेशन तक होगा और दूसरा गोविंदपुर से छिवकी रेलवे स्टेशन तक। इन मार्गों पर किसी भी अंडरब्रिज की बाधा नहीं है, जिससे इन ऊंची बसों का सफर सुरक्षित और सुगम रहेगा।
एयरपोर्ट से चलने वाली बस झलवा, चौफटका रेल ओवरब्रिज, हाईकोर्ट फ्लाईओवर, स्टैनली रोड और लोक सेवा आयोग चौराहे होते हुए सिविल लाइंस बस स्टेशन पहुंचेगी। वहीं, गोविंदपुर से छिवकी स्टेशन जाने वाली बस एमएनएनआईटी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, नया यमुना पुल और नैनी जैसे प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी।
रोडवेज अधिकारियों के अनुसार, इन दो रूटों पर बस संचालन लगभग तय है और कुछ अन्य रूटों पर भी विचार चल रहा है। प्रयागराज रीजन के सेवा प्रबंधक रविंद्र वर्मा के अनुसार, बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन का काम तेज़ी से चल रहा है और अगले महीने से सेवा शुरू होने की पूरी उम्मीद है।