सभी विभागों में रहा जबरदस्त सामंजस्य
इस दौरान मेडिकल स्टाफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस टीम का कोऑर्डिनेशन भी जबरदस्त तरीके से सामंजस्य बनाए रहा। हादसे के बाद सभी एंबुलेंस सौ से अधिक राउंड लगा कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया और वहां त्वरित इलाज की सुविधा मिलती गई। प्रशासन लगातार ग्रीन कॉरिडोर बना कर सैकड़ों राउंड एंबुलेंस की आवाजाही में रिलीफ दिया।घटनास्थल पर ही घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद गंभीर मरीजों को सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उनका इलाज किया गया। जिसके बाद मरीजों को रवाना कर दिया गया। जरूरत पड़ने पर कुछ मरीजों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल या तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय शिफ्ट किया गया।
ग्रीन कॉरिडोर बना कर सैकड़ों घायलों की बचाई गई जान
ग्रीन कॉरिडोर ने एंबुलेंस को हर लोकेशन पर मिनटों में पहुंचने में मदद की, जिससे हादसे में घायल श्रद्धालुओं को बचाया जा सका। करोड़ों की भीड़ के बीच एम्बुलेंस पूरी रफ्तार से चल सके इसके लिए तत्काल ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इसने लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे स्वास्थ्य व्यवस्था संभाला रहा।