CG News: 40 कर्मचारी हुए बाहर
इन कर्मचारियों से आवश्यकता अनुसार अलग-अलग जगहों पर काम लिया जा रहा था। सफाई के लिए आउटसोर्सिंग के तहत रखे गए कर्मचारियों से सफाई कराई जा रही थी, लेकिन अब
मेडिकल कॉलेज के नए डीन के आने के बाद जब इसकी जांच की गई तो यह पाया गया कि जो संविदा कर्मचारी सफाई के नाम पर भर्ती हुए हैं, वे दूसरे काम कर रहे हैं। वहीं जो काम कर रहे हैं, उसके लिए यहां कोई पद ही नहीं है।
ऐसे में में उनकी संविदा अवधि समाप्त होते ही इन सभी 40 कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया है। इससे अब इन कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी की संकट खड़ी हो गई हैं। शुक्रवार को सभी कर्मचारी मिनी स्टेडियम में एकत्र होकर स्वास्थ्य संचालक के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए काम पर राने की मांग की है।
कर्मचारियों का कहना था कि कोविड के समय में जहां शासकीय कर्मचारी घरों में कैद रहते थे। वहीं ये अपनी जान की परवाह किए बगैर मेडिकल कॉलेज में सेवा दे रहे थे। अब स्थिति सामान्य होने के बाद नौकरी से निकल दिए जाने से इनके सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। वहीं ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
आउटसोर्सिंग को बढ़ावा
मेडिकल कॉलेज व
चिकित्सालय में अभी तक करीब 150 आउटसोर्सिंग के तहत काम करने वाले सफाई कर्मचारियों से काम कराया जा रहा था, जो पूरी अस्पताल व कॉलेज की साफ-सफाई करते थे। अब प्रबंधन द्वारा नया टेंडर किया गया है। इसमें 200 कर्मचारियों को रखा जाना है। इसको लेकर लंबे समय से काम करने वाले कर्मचारियों में आक्रोश पनपने लगा है।
छंटनी के बाद ज्यादातर होंगे कर्मचारी बाहर
CG News: मेडिकल कॉलेज प्रबंधन डॉ. विनित जैन का कहना है कि जितने कर्मचारियों को काम से हटाया गया है वे सभी सफाई के तहत भर्ती हुए थे, लेकिन इनका काम अलग था। साथ ही जिस पोस्ट में काम कर रहे थे, उसके लिए पोस्ट है ही नहीं है। ऐसे में अगर इनको उस पोस्ट में रखना होगा तो उसके लिए राज्य शासन के निर्देश के बाद ही रखा जाएगा। जहां तक बाद इनको रखने की है तो अभी नया टेंडर किया गया है। इसके तहत जिस कर्मचारियों को निकाला गया है। उनमें से जो कुशल कर्मचारी है वे सफाई के लिए रखे जाएंगे। इन 40 कर्मचारियों में से छंटनी के बाद ज्यादातर कर्मचारी बाहर होंगे।