CGBSE Board Result 2025: परिणाम सुधारने के लिए किए जा रह नवाचार
प्रायमरी कक्षाओं के अलावा बोर्ड कक्षाओं में सरकारी स्कूल के परिणाम को सुधारने के लिए हर वर्ष कई नवाचार किए जा रहे हैं। इस वर्ष भी बोर्ड परीक्षा के पूर्व एक्स्ट्रा क्लास व अन्य कार्य किया गया। इसके बाद भी बोर्ड के परिणाम में सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। मिशन उत्कर्ष योजना के तहत हाई स्कूल अर्थात 10 बोर्ड में 80 प्रतिशत तो हायर सेकण्डरी अर्थात 12वीं बोर्ड में 85 प्रतिशत परिणाम का लक्ष्य जिले में संचालित सरकारी स्कूलों के प्राचार्यो को दिया गया था, लेकिन जब बोर्ड के परिणाम की स्कूलवार रिपोर्ट तैयार हुई तो उसमें एक भी स्कूल लक्ष्य को पूरा करने में सफलता हासिल नहीं कर पाए। इसको लेकर कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में सभी स्कूल प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर की है। कलेक्टर के निर्देश पर डीईओ ने सभी स्कूल के प्राचार्यो को नोटिस जारी कर दो वेतनवृद्वि रोकने का अल्टीमेटम दिया है। 3 दिनों के भीतर विषयवार शिक्षकों से जवाब लेकर अपने अभिमत के साथ उपस्थित होने का आदेश दिया है।
ऐसे रहा परिणाम
हाई स्कूल के परिणाम में 10 स्कूलों का परिणाम 75 प्रतिशत से पार तो जरूर किया, लेकिन 80 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाया। इसके अलावा करीब दर्जन भर स्कूल 50-60 प्रतिशत के बीच ही लटक गए। इसीप्रकार हायर सेकण्डरी स्कूल में 7 स्कूल लक्ष्य के करीब पहुंचकर 80 प्रतिशत परिणाम हासिल किए, लेकिन 10 स्कूल 40-70 प्रतिशत के बीच ही लटक गए।
रिपोर्ट के साथ मांगा गया अभिमत
नोटिस के माध्यम से डीईओ ने सभी प्राचार्यो से जवाब मांगा है। उक्त जवाब में कमजोर परिणाम वाले विषयों के शिक्षकों से जवाब व उस पर प्राचार्य का स्ष्टीकरण और अभिमत मांगा गया है। ताकि संबंधित शिक्षकों पर आगामी वर्ष के लिए फोकस किया जा सके।
इन स्कूलों का खराब रिजल्ट
हाई स्कूल शास. कउमावि खरसिया – 33.33 शासकीय हाई स्कूल सूपा – 33.33 शास. उमावि कोड़ासिया – 37.23 हाई स्कूल बरतापाली – 45.24 आत्मानंद पुसौर – 46.94 शा. कन्या स्कूल रायगढ़ – 47.37 शास. उमावि चक्रधर नगर – 48.84