वाहनों में लगने वाले एचएसआरपी नंबर प्लेट के लिए शासन ने कुछ प्राइवेट कंपनियों को अधिकृत कर दिया है, साथ ही परिवहन विभाग के वेबसाईट में भी ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन के लिए विकल्प दे दिया गया है।
उक्त कंपनियों ने परिवहन विभाग में भी काऊंटर खोला है, अगर उक्त काऊंटर से रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है तो इसमें वाहन स्वामी को दोपहिया वाहन के लिए 363 रुपए और चारपहिया वाहन के लिए 765 रुपए लग रहा है, जिसमें संबंधित कंपनी नंबर प्लेट आने के बाद फिटींग भी कर रही है, लेकिन इसी को वाहन स्वामी अगर आरटीओ के अधिकृत वेबसाईट में जाकर खुद से रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं तो उसमें दोपहिया वाहन का 463 रुपए और चारपहिया वाहन का 865 रुपए लग रहा है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की पॉवती में 100 रुपए अलग से फिटमेंट चार्ज जोड़ा जा रहा है। जबकि शासन ने फिटमेंट चार्ज के साथ उक्त दर निर्धारित किया है। ऐसे में वाहन स्वामियों के बीच दर को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
सुविधा केंद्रों में ले रहे और अधिक राशि
लोगों की सहुलियत के लिए सुविधा केंद्र खोला गया है, लेकिन यहां पर तो दर और अनाब-सनाब लिया जा रहा है। सुविधा केंद्रों में दोपहिया वाहन का 600-650 रुपए और चारपहिया वाहनों का तो 1200 रुपए तक लिया जा रहा है। कुलमिलाकर देखा जाए तो एचएसआरपी नंबर प्लेट के नाम पर एक बड़ा खेल चल रहा है।
नई गाड़िया क्रय करने पर भी नंबर प्लेट इन्ही कंपनियों से डीलर मंगाते हैं, लेकिन नई गाड़ियों में लगने वाले नंबर प्लेट के दर और अभी लिए जा रहे नंबर प्लेट के दर में करीब 100 रुपए का अंतर है। -गुलशन देवांगन, स्थानीय निवासी
मै खुद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहा था तो उसमें 463 रुपए शुल्क दिख रहा था, लेकिन तकनीकी दिक्कत के कारण जब रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तो विभाग के काऊंटर से कराया जहां मुझे 363 रुपए लगा। -विश्वजीत सरकार, स्थानीय निवासी
जब कंपनी खुद नियत दर में फिटींग करके दे रही है तो ऐसे में विभागीय वेबसाईट में रजिस्ट्रेशन पर अलग से फिटमेंट चार्ज जोड़ना गलत है। इसमें तो संबंधित कंपनी को डीलर को फिटींग चार्ज देना चाहिए। -महेंद्र देवांगन, स्थानीय निवासी
सुविधा केंद्रों में तो फिटींग चार्ज के अलावा 150-250 रुपए तक अतिरिक्त चार्ज लिया जा रहा है। लोग जानकारी आभाव में लूट के शिकार हो रहे हैं। इस पर विभाग को नकेल कसना चाहिए। -चिराग स्वर्णकार, स्थानीय निवासी
संबंधित कंपनी के कर्मचारी जब अपने आईडी से रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं तो उसमें फिटमेंट चार्ज नहीं जुड़ रहा है, बाहर से करने पर फिटमेंट चार्ज ऑनलाईन ही जुड़ रहा है। नियत दर से अधिक ले रहे हैं तो संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। -अमित कश्यप, जिला परिवहन अधिकारी, रायगढ़