CG News: जानें क्या है HMPV
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक राज्य शासन से गाडइ लाइन जारी नहीं हुई है, लेकिन
रायपुर में हुई बैठक के बाद यहां पहले से तैयारी शुरू कर ली गई है, ताकि आपात स्थिति बनती है तो उससे आसानी से लड़ा जा सके। फिलहाल पांच बेड के साथ पांच वेंटिलेटर तैयार करके रखा गया है। इसके साथ ही आक्सीजन प्लांट की भी जांच की गई है, ताकि अगर मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पडे़ तो आसानी से उपलब्ध हो सके।
डाक्टरों को भी निर्देशित किया गया है कि अस्पताल आने वाले मरीजों में अगर एचएमपीव्ही वायरस के लक्षण दिखाई देता है तो उसको तत्काल जांच कराएं और पाजीटिव आने पर तो उपचार के साथ रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजा जाए। हालांकि अभी तक इस तरह के लक्षण वाले कोई मरीज नहीं मिले हैं।
एचएमपीवी के लक्षण…
इस संबंध में विशेषज्ञों ने बताया कि
एचएमपीव्ही के प्रमुख लक्षण जिसमें नाक बहना, नाक भरना, नाक जाम, ज्यादा कफ होना, खांसी, सांस लेने में घरघराहट सुनाई देना, चेहरा व शरीर लाल होना, जुकाम के साथ बुखार होना शामिल है। ऐसे में अगर किसी बच्चे को इस तरह की शिकायत होती है तो उसे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केद्रों में संपर्क करना चाहिए, ताकि जांच उपरांत समय पर उपचार हो सके।
एचएमपीवी वायरस को लेकर
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिला अस्पताल में इसके लिए बेड, वेंटिलेटर सहित अव्यस्था कर ली गई है। ऐसे में यदि कोई इस लक्षण के मरीज आते भी हैं तो तत्काल उपचार शुरू कर दी जाएगी।
तेज ठंड में एक्टिव होता है वायरस
विशेषज्ञों ने बताया कि एचएमपीव्ही वायरस कोई नया है। यह पहले भी आ चुका है, इससे घबराने की जरूरत नहीं है। साथ ही जब ठंड तेज होता है तो इसका बच्चों में दिखाई देने लगता है।
डाक्टरों की मानेें तो यह वायरस सबसे ज्यादा एक साल से कम उम्र के बच्चों में ज्यादा देखने को मिलता है। हालांकि ठंड में इसका असर बुजुर्गो में होता है। ऐसे में इन दिनों लगातार बढ़ रही ठंड को देखते हुए बच्चे व बुजुर्गों को ठंड से बचने की ज्यादा जरूरत है।
केजीएच के सीएस डॉ. दिनेश पटेल ने कहा की
एचएमपीव्ही वायरस को लेकर अभी तक कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है, लेकिन हमारे तरफ से पांच बेड व पांच वेंटिलेटर को व्यवस्थित किया गया है। डाक्टरों को निर्देशित किया गया है कि अगर इस तरह के लक्षण वाले मरीज आते हैं तो जांच कर इसकी सूचना विभाग को दें।