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बड़ी लापरवाही! 3 साल पहले मिली राशि, फिर भी 150 स्कूल भवनों की मरम्मत नहीं… कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि बिना सुविधाओं के कोई भी स्कूल को मान्यता नहीं दी जाती है। इस साल भी काफी सारे आवेदन आए हैं, लेकिन किसी का पेपर कम है तो किसी के पास सुविधा नहीं है इसलिए स्कूल को
अनुमति नहीं दी गई है। जैसे जैसे सभी में बुनियादी सुविधा और डॉक्यूमेंट पूरे होंगे उन्हें अनुमति दी जाएगी।
किसने ली मान्यता किसने नहीं, जानने का कोई सिस्टम नहीं राजधानी में 900 से ज्यादा प्राइवेट स्कूल हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ऐसा कोई सिस्टम या रिकॉर्ड ही नहीं है जिससे जाना जा सकें कि किस स्कूल ने मान्यता खत्म होने के बाद मान्यता ली है या नहीं। कार्यालय में आने वाले आवेदन के हिसाब से ही स्कूलों की मान्यता फिर से दे दी जाती है।
कार्यालय में केवल किस स्कूल में बच्चे एडमिशन ले रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी है क्योंकि सभी स्कूलों को डाटा सिस्टम में देना होता है। लेकिन मान्यता किसने नहीं ली है? इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। जानकारों के अनुसार, हर साल सैकड़ों स्कूलों की मान्यता खत्म होती है।
बंद हो सकते हैं कुछ स्कूल जानकारी के अनुसार, राजधानी में कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जिनकी मान्यता इस साल खत्म हो जाएगी। वहीं कई स्कूल को इस साल बंद कर दिया जाएगा। कार्यालय की ओर से उनके मान्यता को भी खत्म कर दिया जाएगा।