सीबीआई द्वारा दर्ज की गई
एफआईआर में नाम का उल्लेख किए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी मांगी गई है। इसमें डॉ. कुंडु की पदस्थापना, विभाग, सेवा अवधि, रावतपुरा कॉलेज में दी जाने वाले सेवाओं और अन्य ब्यौरा देने कहा गया है। शासकीय कर्मी होने के बाद भी एक साथ दोनों ही स्थानों में काम करने की सूचना को विभाग ने गंभीरता से लिया है।
CG News: 55 लाख रुपए का लेनदेन
बता दें की एमएमसी की टीम 30 जून को रावतपुरा कॉलेज का निरीक्षण के लिए पहुंची थी। कॉलेज को मान्यता देने और सीटें बढ़ाने को लेकर 55 लाख रुपए का लेनदेन हुआ था। सीबीआई ने रिश्वत लेने वाले रावतपुरा सरकार कॉलेज रायपुर के निदेशक अतुल कुमार के साथ ही कर्नाटक स्थित मंड्या इस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के प्रोफेसर डॉ. मंजुप्पा सीएन, डॉ चैत्रा एमएस डॉ अशोक शेलके, ए सतीश और के रविचंद्र को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। इस दौरान प्रकरण की जांच और पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज संचालक (चेयरमैन) रविशंकर महाराज सहित 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 29 अन्य आरोपियों के भूमिका की जांच चल रही है।
सीबीआई करेगी पूछताछ
CG News: नामजद एफआईआर करने के बाद सीबीआई रायपुर की यूनिट डॉ. कुंडु से पूछताछ कर बयान लेगी। बताया जाता है कि रिश्वतखोरी के प्रकरण में जितने भी लोगों को आरोपी बनाया गया है, उनकी भूमिका को संदेह के दायरे में लिया गया है। इस प्रकरण में स्थानीय राज्य की
सीबीआई की टीम अपने रेंज में आने वालों को समंस जारी कर तलब करने की कवायद में जुटी हुई है। उपस्थिति दर्ज कराने पर पूछताछ कर बयान लिया जाएगा। बताया जाता है कि डॉ. कुंडु की पत्नी भी रावतपुरा कॉलेज में पदस्थ है।