इसके अलावा 200 से ज्यादा ऐसे लोग मिले हैं, तो दूसरों के आधार कार्ड का इस्तेमाल करके मोबाइल सिम लिए थे और उनका खुद इस्तेमाल कर रहे थे। इन मोबाइल नंबरों को भी पुलिस ने डिएक्टिवेट कराया है।
CG News: 2013 लोगों को उठाकर की गई जांच
CG News: पुलिस के मुताबिक, गुरुवार सुबह 4 बजे पुलिस अलग-अलग टीम ने शहर के आउटर, फैक्ट्रि, होटल आदि में छापा मारा। इस दौरान 2013 लोग
संदिग्ध रूप से रहते मिले। सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया। इस दौरान उनसे पहचान संबंधित दस्तावेज की मांग की गई।
किराएदारों से थानों में सूचना देने संबंधी प्रमाण मांगे गए। इसमें 224 लोग संतोषजनक जानकारी नहीं दे पाए। इसलिए उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। बाकी लोगों को पहचान संबंधी और अन्य दस्तावेज दुरुस्त करने की चेतावनी देकर छोड़ा गया।
इन राज्यों के लोग मिले
पुलिस की छापेमारी में पश्चिम बंगाल के 394, उत्तरप्रदेश के 571, बिहार के 320, ओडिशा के 184, महाराष्ट्र के 110, मध्यप्रदेश के 273, राजस्थान के 54, जम्मू-कश्मीर के 4, झारखंड के 71, नागालैंड के 1, गुजरात के 17, नेपाल के 7 और दिल्ली के 7 लोग पकड़े गए। सभी का साइबर विंग और चिप्स की टीम ने
मोबाइल ऐप व बायोमीट्रिक के जरिए वेरीफिकेशन किया गया। 95 फीसदी बाहरी व्यक्तियों ने रायपुर में निवास करने संबंधी जानकारी संबंधित थानों में नहीं दी थी। जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें घुमंतू फेरी वाले और अन्य लोग हैं।
200 से अधिक मोबाइल नंबरों को किया निष्क्रिय
जांच के दौरान 200 से अधिक ऐसे मोबाइल नंबर मिले हैं, जो किसी दूसरे के आधार कार्ड का इस्तेमाल करते हुए लिए गए थे। इन सभी मोबाइल नंबरों को डी-एक्टिवेट किया गया है।
रायपुर पुलिस ऑपरेशन समाधान के नाम से शहर में अपराधों में अंकुश लगाने के लिए लागातार अभियान चलाएगी।
एसएस रोल जारी किया जाएगा
जांच में पकड़े गए सभी बाहरी व्यक्तियों का एसएस रोल जारी कर उनके राज्यों के संबंधित थानों में भेजा जाएगा, ताकि उनकी जानकारियां एकत्रित किया जा सके। इससे उनके किसी अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने के पूर्व रिकार्ड का पता चल सकेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से विभिन्न थाना क्षेत्रों में बाहरी राज्यों से आए लोग चोरी, लूट सहित अन्य घटनाओं में संलिप्त पाए गए हैं।