अब 12 मार्च को
आरटीई पोर्टल के संबंध में ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जाएगा। उसके बाद एडमिशन प्रोसेस फिर से शुरू होंगे। शिक्षा विभाग के आरटीई पोर्टल में भी इसकी जानकारी दी गई है। इसमें लिखा गया है कि वर्ष 2025-26 में ऑनलाइन आवेदनों में हुई त्रुटियों को दृष्टिगत रखते हुए आरटीई पोर्टल में आवश्यक सुधार किया जा रहा है। पोर्टल के सुधार उपरांत ऑनलाइन आवेदन के लिए खोल दिया जाएगा।
CG News: प्रवेश प्रक्रिया में हो रही देरी
लोक शिक्षण संचालनालय की नोटिफिकेशन के अनुसार, प्रथम चरण की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू हो जानी थी। आरटीई के तहत प्रवेश के लिए आवेदन 1 मार्च से शुरू होकर 31 मार्च तक किए जाने हैं। इसके बाद लॉटरी और आवंटन 1 से 2 मई तक होंगे। इसमें छात्रों को दाखिला 5 मई से 30 मई तक लेना होगा। प्रक्रिया शुरू न होने के कारण प्रवेश में अभी तक 11 दिनों की देरी हो गई है, अभी तक फिर से प्रक्रिया शुरू होने की कोई तारीख भी तय नहीं की गई है, जिससे प्रवेश प्रक्रिया में देरी हो रही है। वहीं, द्वितीय चरण की प्रक्रिया 2 जून से शुरू होगी। एक्सपर्ट की मानें तो ऐसे में या तो लोगों को आवेदन के लिए कम समय मिलेगा या विभाग को तय तारीखों में बदलाव करने होंगे।
25% सीट गरीब बच्चों के लिए आरक्षित
आरटीई 12 (1) (सी) योजना भारतीय संसद द्वारा 4 अगस्त 2009 को पारित किया गया था और 1 अप्रैल 2010 से प्रभावी हुआ। छत्तीसगढ़ में इस योजना का लाभ सत्र 2010-11 से दिया जा रहा है। पूर्व में अधिनियम का लाभ कक्षा आठवीं तक ही दी जाती थी, परंतु अब 2019 में इसकी मान्यता बढ़ाकर क्लास 12वीं तक कर दी गई।
आरटीई के अंतर्गत प्राइवेट स्कूलों की प्रारंभिक कक्षाओं में 25% सीट गरीब बच्चों के लिए आरक्षित है। इस अधिनियम के तहत 3 से 6ड्ट वर्ष तक के बच्चे किसी भी प्राइवेट स्कूल के प्रारंभिक कक्षा में प्रवेश ले सकते हैं। इस योजना से प्रवेशित छात्र कक्षा 12वीं तक नि:शुल्क चयनित स्कूल में अध्ययन कर सकते हैं।
रायपुर के लगभग 850 स्कूलों में होंगे प्रवेश
CG News: आरटीई पोर्टल के अनुसार,
छत्तीसगढ़ में राइट टू एजुकेशन के तहत स्कूलों में प्रवेश के लिए 45974 सीट हैं। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय मिली जानकारी के अनुसार, इनमें से रायपुर में 4529 सीटों पर प्रवेश होना है। रायपुर में लगभग 850 स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश होंगे।