वहीं बाघ, शेर और हिमालयी भालुओं के बाड़ों में भीषण गर्मी से राहत देने के लिए ठंडे पानी के शावर और बर्फ की सिल्लियां रखी गई हैं। इसके साथ ही, पर्यटकों की सुविधा के लिए भी कई नए बदलाव किए गए हैं, जिससे उनका सफारी अनुभव अधिक आरामदायक हो सके।
CG News: कूलर, पानी के फव्वारे और सेल्फी जोन
नंदनवन पक्षी विहार में विदेशी और
स्थानीय पक्षियों को गर्मी से राहत देने के लिए आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं। पक्षियों के पिंजरों में कूलर, स्प्रिंकलर और टेपरेचर मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए गए हैं, ताकि उनका आवास ठंडा बना रहे।
खासकर विदेशी पक्षियों के लिए अतिरिक्त जल छिड़काव की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पक्षी विहार में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं। गार्डन में पेड़ों की आकृति वाली कुर्सियां लगाई गई हैं और सेल्फी जोन तैयार किया गया है। बच्चों के मनोरंजन के लिए फिसलपट्टी भी बनाई गई है।
वन्यजीवों के लिए ठंडक का इंतजाम
गर्मियों में बाघ, शेर और अन्य मांसाहारी जीवों के बाड़ों में कूलर और पेड़ों पर ठंडे पानी के शावर लगाए गए हैं, ताकि ये जीव खुद को ठंडा रख सकें।
हिमालयी भालुओं के लिए उनके कक्षों में बर्फ की सिल्लियां रखी गई हैं, जिससे उन्हें राहत मिल सके। इसके साथ मांसाहारी वन्यजीवों के आहार में बदलाव कर ऐसा भोजन दिया जा रहा है, जिससे उनके शरीर में पानी की मात्रा संतुलित बनी रहे।
हिरण, नीलगाय और अन्य शाकाहारी जीवों को तरबूज और खरबूज जैसे फलों का आहार दिया जा रहा है, ताकि वे हाइड्रेटेड रह सकें। उनके बाड़ों में ग्रीन नेट लगाकर छांव की व्यवस्था की गई है। सफारी के जल स्रोतों की नियमित सफाई व अतिरिक्त जल आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।
वन्यजीवों और पर्यटकों के लिए सुरक्षित और आरामदायक माहौल
वन विभाग के एपीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) प्रेम कुमार के अनुसार,
नंदनवन पक्षी विहार और जंगल सफारी में गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वन्यजीवों के आहार, जल आपूर्ति और चिकित्सा जांच की पूरी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पर्यटकों के लिए भी आवश्यक सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, हाथियों की मौत की संया अधिक है। नर हाथियों का अधिक मारा जाना जीन-पूल को प्रभावित कर रहा है, जिससे हाथियों की प्रजनन क्षमता पर भी संकट आ सकता है। जीन-पूल में विविधता बनाए रखने के लिए नर हाथियों का जीवित रहना अत्यंत आवश्यक है और उनका नुकसान प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ सकता है।
पक्षियों की संया में इजाफा, प्रजनन में सफलता
नंदनवन पक्षी विहार में पक्षियों की संया में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 में यहां केवल 221 पक्षी थे, जो अब बढ़कर 543 हो गए हैं। इनमें कोन्योर, ब्लू तोता, काकटेल, फिंच, बजीज और सिल्की ब्लैक स्वान जैसे विदेशी पक्षी शामिल हैं। खास बात यह है कि इनमें से कई प्रजातियां अब यहां सफलतापूर्वक प्रजनन कर रही हैं, जो भारत में कम देखने को मिलता है।