उल्लेखनीय है कि छात्रा के लापता होने की रिपोर्ट उनके परिजनों ने सरस्वती नगर थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन 2 जनवरी 2025 तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया था। छात्रा को ढूंढने और हॉस्टल प्रबंधन पर कार्रवाई के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक हर्षिता बघेल भी सरस्वती नगर थाने के बाहर धरने पर बैठ गई थीं। उन्होंने छात्रा के परिजनों के साथ पुलिस और हॉस्टल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे।
पुलिस के ऑल इंडिया ग्रुप से मिली मदद
छत्तीसगढ़ पुलिस सहित ऑल इंडिया पुलिस का सोशल मीडिया ग्रुप बना हुआ है। इसमें सभी राज्यों की प्रमुख घटनाएं और अपराध से जुड़ी जानकारियां शेयर की जाती हैं। छात्रा के गायब होने संबंधी जानकारी रायपुर पुलिस ने भी उस ग्रुप में शेयर किया था। इससे मथुरा के एक पुलिस अधिकारी ने छात्रा को पहचान लिया और वृंदावन आश्रम में होने की जानकारी मिली।
इसके बाद रायपुर पुलिस की एक टीम वहां रवाना हुई और छात्रा को सकुशल पाया। एएसपी पश्चिम दौलतराम पोर्ते ने बताया कि छात्रा आश्रम में सकुशल मिली है। उन्हें परिजनों को सौंपा गया है। मोबाइल को छात्रा ने स्वयं फारमेट किया है। हॉस्टल में ताला लगाकर चाबी उसने भीतर फेंक दी। इसके बाद ट्रेन से वृंदावन पहुंच गई थीं।
वृंदावन में परिक्रमा लगाते हुए छात्रा मिली
राया थाना प्रभारी अजय कौशल ने बताया कि छात्रा राया के गांव नगला जंगली निवासी श्याम चौधरी को वृंदावन में परिक्रमा लगाते हुए मिली थी। इसके बाद वह परिवार के साथ उनके गांव आ गई। यहां पर श्याम चौधरी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने छात्रा को थाने लाकर पूछताछ की। इसके बाद
रायपुर पुलिस से संपर्क करके छात्रा के स्वजन को जानकारी दी।
ठाकुरजी के प्रेम में वृंदावन आई छात्रा
छात्रा ने बताया कि वह ठाकुरजी से प्रेरित होकर वृंदावन आई है। हॉस्टल के एक कमरे में अकेले रहती थी। उसने ताला लगाकर चाबी अंदर ही फेंक दी। हॉस्टल से निकलने के बाद टाटा नगर सहित अन्य स्थानों से होती हुई वृंदावन पहुंची। जहां उसने बांके बिहारी जी के दर्शन किए।