CG News: आम उपभोक्ता रात में सो भी नहीं पा रहे..
बिजली कटौती की तो कई इलाकों में सूचना तक नहीं दी जा रही। 4 से 5 बार मेंटेनेंस के नाम पर
बिजली सप्लाई बंद-चालू होती रहती है। कई उपभोक्ताओं ने पत्रिका को बिजली बाधित होने की समस्या की जानकारी दी। रात में बिना सूचना बिजली सप्लाई बाधित हो रही है, जिससे आम उपभोक्ता रात में सो भी नहीं पा रहे। थोड़ी सी आंधी-पानी में बिजली सप्लाई बाधित होना आम बात हो गई है। सीएसपीडीसीएल के अधिकारी बिजली सप्लाई जारी रखने की परमानेंट व्यवस्था करने में असफल हो रहे हैं।
लगातार मेंटनेंस, फिर भी कटौती
सीएसपीडीसीएल के अधिकारियों के अनुसार मेंटेनेंस के लिए बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है। जहां मेंटेनेंस हुआ है वहां भी बिजली समस्या बनी हुई है। करोड़ों खर्च कर हर साल मेंटेेनेंस करने के बाद भी शहर की बिजली सप्लाई सामान्य नहीं हो रही है। इसलिए सवाल उठ रहा है कि किस तरह से रखरखाव कार्य किए जा रहे हैं। मेनलाइन में गड़बड़ी
कई इलाकों पर मेनलाइन में गड़बड़ी शुरू हो गई है। बुधवार को कोटा में साईनाथ कॉलोनी में फीडर में गड़बड़ी के कारण बिजली सप्लाई 2 घंटे से ज्यादा बाधित रही। इधर, सुंदरनगर, सदानंद नगर, महादेव घाट में लो वोल्टेज की समस्या पिछले तीन दिनों से बनी हुई है। लोगों को अपने घरों के विद्युत उपकरण खराब होने की आशंका बनी रहती है।
1912 शिकायती नंबर रहता है बिजी
कइर् कॉलोनियों में रात के समय बिजली सप्लाई बाधित हो रही है। ऐसे में रात के समय उमस और गर्मी से कई घंटे लोग परेशान रहते हैं। मेंटेनेंस कर्मचारी भी समय पर नहीं पहुंचते। वहीं, ट्रोल फ्री शिकायती नंबर 1912 भी रात में लगता नहीं है। रात में जब भी 1912 में कोई उपभोक्ता फोन करता है, तो बिजी होने का संदेश आता है। साथ ही मोर बिजली ऐप में शिकायत का भी समय पर कोई निदान नहीं हो रहा है। ठीक करने में पूरा दिन लग रहा
CG News: सीएसपीडीसीएल के अधिकारी भले ही सप्लाई बाधित होने की समस्या को तुरंत दूर करने का दावा कर रहे हो। लेकिन
ट्रांसफार्मर खराब होने पर उसे बदलने और सुधारने में पूरा दिन लग रहा है। सोमवार को रावणभाठा, संतोषी नगर इलाके में ट्रांसफार्मर खराब हो गया, जिसके कारण इन इलाकों की बिजली सप्लाई सुबह 5 से शाम 5 बजे तक बाधित रही। उपभोक्ता पूरे दिन परेशान रहे।
मनोज वर्मा, एसई सीएसपीडीसीएल, रायपुर शहर: गर्मी में लोड बढ़ जाता है। इसलिए कहीं-कहीं सप्लाई में बाधित हो रही है। हालांकि, व्यवधान को तुरंत ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को कम से कम बिजली कटौती का सामना करना पड़े।