CG Robbery Case: खम्हारडीह के अनुपमनगर में हुई डकैती का पुलिस ने खुलासा किया है। डकैती के पीछे पीड़ि़ता के मित्र और बीएसएफ का पूर्व जवान का हाथ था। उसी ने प्लानिंग की। फिर जमीन कारोबार से जुड़े कुछ लोगों को शामिल किया। पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
CG Robbery Case: आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने बनाई योजना
मामले का खुलासा करते हुए आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि अनुपम नगर में डकैती की सूचना के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 10 अलग-अलग टीमें बनाईं थी। कई सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। डकैती की प्लानिंग ए सोम शेखर (बीएसएफ का पूर्व सुबेदार) ने की थी। उसकी पीड़ि़त परिवार की एक महिला से मित्रता थी। उसका घर में आना-जाना था।
इस कारण उसे घर में लाखों रुपए होने की जानकारी हो गई। उसने बिजली मिस्त्री देवलाल वर्मा और अपने ड्राइवर कमलेश वर्मा को इसकी जानकारी देते डकैती डालने की प्लानिंग की। कमलेश और देवलाल ने पुरुषोत्तम देवांगन से संपर्क किया। पुरुषोत्तम ने इसके लिए अजय ठाकुर से संपर्क किया। इसके बाद अजय ने राहुल, उसकी पत्नी और नागपुर से शाहिद, पिंटू और बिलासपुर के मनुराज को शामिल किया था।
डकैती करने के बाद आरोपी अनुपम नगर से निकलकर विधानसभा की ओर भागे। वहां से मंदिरहसौद होते हुए रिंग रोड फिर अमलेश्वर होते हुए पाटन से भिलाई पहुंचे। डकैती की रकम को सभी ने आपस में बांट लिया। फिर सभी अपने-अपने ठिकानों में चले गए थे। आरोपियों के पास डकैती के 59 लाख 50 हजार नकद, जेवर और दो कार जब्त किया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ये आरोपी गिरफ्तार
CG Robbery Case: पुलिस ने एक साथ 6 जिलों में छापा मारकर मास्टरमाइंड ए.सोम शेखर सहित भिलाई से अजय ठाकुर, राजनांदगांव से राहुल त्रिपाठी, उसकी पत्नी नेहा त्रिपाठी, रायपुर से देवलाल वर्मा, बलौदाबाजार से पुरूषोत्तम देवांगन, नागपुर से शाहिद पठान, पिंटू सारवान, बिलासपुर से मनुराज मौर्य और रायपुर से कमलेश वर्मा को गिरफ्तार किया।
Hindi News / Raipur / राजधानी में दिनदहाड़े डकैती मामले में बड़ा खुलासा! BSF का पूर्व सूबेदार निकला मास्टरमाइंड, महिला समेत 10 आरोपी गिरफ्तार