करोड़ों रुपए के लेन-देन का पता चला
पुलिस के मुताबिक तिल्दा-नेवरा निवासी नंदलाल लालवानी और उसका बेटा गोविंद लालवानी सट्टा ऐप गजानंद का संचालन करते थे। दोनों ऐप के मुख्य संचालन हैं। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार किया। दोनों गजानंद ऐप का पैनल बेचते थे और ऑनलाइन सट्टा चलवाते थे। इसमें इस्तेमाल हुए 600 से अधिक बैंक खातों को पुलिस ने फ्रीज कराया है, जिसमें करोड़ों रुपए के लेन-देन का पता चला है।
बड़ा कारोबार संचालित
गोविंद तिल्दा के वार्ड-3 का निर्दलीय पार्षद है। इसके साथ ही ऑनलाइन क्रिकेट का बड़ा कारोबार संचालित कर रहा था। इस मामले में सबसे पहले पुलिस ने हर्ष पंजवानी को पकड़ा। उसके मोबाइल व बैंक खातों की जानकारी निकालने के बाद मामले में अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की। फिर पार्षद और उसके पिता को पकड़ा गया।
कारोबार के नाम पर सवा दो करोड़ से अधिक की ठगी
एक अन्य मामले में कारोबार के नाम पर बैंक खाते का एक्सेस लेकर सवा दो करोड़ से अधिक की ठगी कर ली गई। इसकी शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है। पुलिस के मुताबिक उदया सोसाइटी निवासी गौरव तिवारी ने कारोबार के सिलसिले में चौबे कॉलोनी निवासी नीरज केडिया से मिला। इस दौरान ट्रेडिंग में भारी मुनाफा होने का दावा करते हुए नीरज ने अपने भाई के फर्म में उनका डीमेट अकाउंट खुलवाया। इसके बाद उसमें निवेश के अनुसार पैसा डालते गया। गौरव ने 2 करोड़ 30 लाख रुपए उसे खाते में जमा किए। पूरी राशि को नीरज ने निकाल लिया और अपने हिसाब से ट्रेडिंग करता गया। इसकी जानकारी होने पर गौरव की शिकायत पर आजादचौक पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।