Cyber Crime: साइबर ठगी करने वालों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अलग-अलग स्थानों में छापा मारकर 101 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें साइबर ठग, बैंक खाताधारक और कमीशन एजेंट शामिल हैं। इससे पहले अलग-अलग थानों में इनके खिलाफ अपराध दर्ज कराया गया था।
पुलिस के मुताबिक, साइबर क्राइम पोर्टल में मिली शिकायत के आधार पर 1100 से अधिक यूल बैंक अकाउंट की जांच की गई। इसके बाद टिकरापारा, सिविल लाइन, गंज, कोतवाली और आजाद चौक पर धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में अपराध दर्ज कराया गया। इसकी जांच के बाद रेंज साइबर थाना ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 20 टीमें बनाईं।
टीमों ने रायपुर सहित अन्य शहरों में छापा मारकर कुल 101 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की धरपकड़ की कार्रवाई 30 घंटे चलती रही। इसके बाद सभी को पुलिस लाइन में रखा गया। इसके बाद जेल भेज दिया गया। पकड़े गए आरोपियों में साइबर ठग, यूल बैंक खाता धारक और इनके एजेंट भी शामिल हैं।
Cyber Crime: 1 करोड़ से अधिक होल्ड
पकड़े गए आरोपियों के बैंक खातों में ठगी के 1 करोड़ 6 लाख रुपए होल्ड कराए गए हैं। ये राशि अलग-अलग राज्यों के पीड़ितों के हैं। होल्ड राशि पीड़ितों को वापस कराई जाएगी। आरोपियों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में 930 रिपोर्ट दर्ज हैं। पकड़े गए आरोपियों में से एक दर्जन के खिलाफ हत्या, बलवा, जुआ, एनडीपीएस आदि के प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
थाना आजाद चौक अपराध क्रमांक 78/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 बीएनएस के तहत इंडियन ओवरसीज बैंक के 21 यूल बैंक अकाउंट धारकों के खिलाफ मामला दर्ज। इसी तरह गंज थाना में अपराध क्रमांक 79/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 बीएनएस के तहत कर्नाटका बैंक के 41 यूल बैंक अकाउंट धारकों के खिलाफ। टिकरापारा थाना में अपराध क्रमांक 229/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 बीएनएस के तहत रत्नाकर बैंक के 54 यूल बैंक अकाउंट धारकों के खिलाफ।
इसी तरह कोतवाली थाने में अपराध क्रमांक 45/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 बीएनएस के तहत कोटक महिंद्रा बैंक के 41 यूल बैंक अकाउंटधारकों के विरुद्ध और सिविल लाइन थाना में अपराध क्रमांक 129/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 बीएनएस के तहत बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 128 यूल बैंक अकाउंट धारकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
इन ठगी में हुए हैं इस्तेमाल
इन बैंक खातों का डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फर्जी ऐप, क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट, गूगल रिव्यू टास्क, टेलीग्राम टास्क, बैंक केवाईसी अपडेट, गूगल सर्च जैसे साइबर क्राइम और ऑनलाइन ठगी में उपयोग हुआ है।
10 से 20 फीसदी कमीशन का खेल
साइबर ठगों को बैंक खाता देने वाले किराए के अलावा 10 से 20 फीसदी कमीशन भी लेते थे। पुलिस ने बैंकों से ऐसे यूल बैंक अकाउंट की जानकारी मांगी है, जिसमें बड़ी मात्रा में या असामान्य ट्रांजेक्शन हो रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ में और भी बहुत से लोगों के नाम सामने आए हैं जो इन बैंक खातों का उपयोग ठगी करने के लिए करते थे।
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