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छत्तीसगढ़ नगर रायपुर, शैलेंद्री श्रीवास पति तुकम श्रीवास निवासी मठपुरैना रावतपुरा कॉलोनी रायपुर और तुकम श्रीवास ने उनकी पत्नी पूर्णिमा साहू के गुम सोने के झुमके दिलाने, प्रार्थी का दूसरी महिला से अवैध संबंध होने और घर में मृत्यु होने का डर दिखाया।
उन्होंने बताया कि 30 अगस्त 2023 को उनकी पत्नी पूर्णिमा साहू रक्षाबंधन में मायके रायपुर गई थी। अपने साथ सोने का झुमका भी लेकर गई थी। शाम 7 बजे झुमका घूमने की जानकारी फोन से दी। जानकारी उसने अपने पिता सुदर्शन साहू, मां लक्ष्मी साहू, अपनी बहन पिंकी साहू को भी दी। एक सप्ताह बाद लौटी तो झुमके के बारे में पता लगाने बैगा के पास जाने की बात कही। मुझे विश्वास नहीं होने के कारण मना कर दिया।
इसके बाद 14 सितंबर 2023 को मेरे ससुर सुदर्शन साहू अपनी बेटी पूर्णिमा साहू को तीजा मनाने रायपुर ले गए। 22 सितंबर 2023 को मेरी साली पिंकी साहू ने मोबाइल पर सूचना दी कि गुमे हुए झुमके का पता लगाने बैगा गुनिया करेंगे। उसकी सहेली शैलेंद्र श्रीवास ने बैगा से बात की है। झुमका मिल जाने की जानकारी दी है। लेकिन घर में बाहरी हवा भी है। घर में चार लोगों की मौत होने वाली है। मैंने ध्यान नहीं दिया। बार-बार जिद की। पूजा पाठ के लिए 30 हजार रुपए लगेंगे। मैंने डर कर उसकी बातों पर विश्वास किया और पिंकी को 20 हजार रुपए उसी दिन फोन पे के माध्यम से दे दिया।
इसके बाद शैलेंद्री श्रीवास ने घर के प्रत्येक सदस्यों का बंधन कराने की बात कही और 45 हजार रुपए मांगे। पूजा पाठ होने के बाद पैसा वापस हो जाएगा। डरकर शैलेंद्री के मोबाइल पर 23 सितंबर 2023 को फोन पे से 45 हजार रुपए दे दिया। इसके बाद शैलेंद्री ने 30 हजार और मांगे, जिसे मैंने दे दिया। फिर मैंने शैलेंद्री श्रीवास और पति तुकम श्रीवास से मुलाकात की। तुकम श्रीवास ने कहा कि आपका काम सिद्ध हो गया है। दक्षिणा के 12 हजार रुपए लगेंगे। 19 जुलाई 2024 को तुकम श्रीवास को 10 हजार और शैलेंद्र श्रीवास को दो हजार उनके मोबाइल पर भेजे। इस तरह पूरी ठगी को अंजाम दिया गया।