उल्लेखनीय है कि वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ पुरानीबस्ती और तेलीबांधा थाने में आर्म्स एक्ट, सूदखोरी और संगठित अपराध का मामला दर्ज है। दोनों फरार चल रहे हैं। दोनों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
वीरेंद्र राष्ट्रीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष है।
Tomar Brothers Case: सहयोगियों के घर भी पुलिस के छापे
वीरेंद्र और रोहित लंबे से फरार हैं। बताया जाता है कि दोनों भाई यूपी में हैं। इससे पहले पुलिस ने दोनों की तलाश में मंगलवार को उसके करीबी रविंदर सिंह और ऋषभ सिंह के घर छापा मारा। दोनों के घर से बरामद दस्तावेजों की जांच की गई। उनके संपत्ति के बारे में पता लगाया गया। उनकी 40 करोड़ों की संपत्ति का पता चला है। दोनों वीरेंद्र के करीबी हैं।
अब तक एक मामले में भी सजा नहीं
हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र व रोहित के खिलाफ अलग-अलग थानों में दर्जन भर से अधिक अपराध दर्ज हैं, लेकिन गौर करने वाली बात है कि एक भी मामले में दोनों भाइयों को सजा नहीं हो पाई है। जो मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं, उनमें कई लोगों की गवाही भी पुलिस नहीं करवा पा रही है। कई स्थायी वारंट भी थानों में डंप पड़े हैं। जिलाबदर भी नहीं कर पाए
शहर के छोटे-मोटे अपराध करने वाले कई हिस्ट्रीशीटरों को पुलिस ने जिलाबदर किया है, लेकिन वीरेंद्र सिंह और रोहित सिंह का आज तक जिलाबदर नहीं हुआ है। वर्ष 2019 में कई अपराध दर्ज हुए हैं। उससे पहले भी हुए हैं। रोहित लगातार गुंडागर्दी की वारदातों को अंजाम दे रहा है। इसके बाद भी पुलिस ने अब तक जिलाबदर नहीं किया है।
आदतन और सक्रिय बदमाशों की जमानत भी रद्द कराने का निर्देश हैं, लेकिन रोहित के जमानत को रद्द नहीं किया गया है। हाल के दिनों में वह हाइपर क्लब गोलीकांड और गुढ़ियारी के अपहरण, ब्लैकमेलिंग के मामले में जमानत पर छूटा है।
कवरेज के लिए गए थे मीडियाकर्मी
पुलिस के मुताबिक महिला मीडियाकर्मी अपने सहयोगी कैमरामैन के साथ गुरुवार की शाम कवरेज के लिए गए थे। वे सूदखोर वीरेंद्र के घर के बाहर का फुटेज बना रहे थे। इसी से भड़ककर वीरेंद्र की पत्नी शुभ्रा, संगीता सिंह और प्रभंजन सिंह ने उनके साथ गाली-गलौज की। धक्का-मुक्की करते हुए कैमरा छीन लिया। उसका कैमरा तोड़ दिया। इसकी सूचना मिलने पर पुरानी बस्ती पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद शुभ्रा, संगीता और प्रभंजन को पकड़कर थाने लाया गया।