इंस्टाग्राम से दोस्ती, मौत पर खत्म
सिविल लाइन इलाके में रहने वाली सुनीता (34) विधवा है। करीब दो साल पहले इंस्टाग्राम में 26 वर्षीय छत्रपाल सिंगौर से परिचय हुआ। शुरुआत में सामान्य बातचीत होती रही। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई। इसके बाद छत्रपाल ने महिला से मिलने की जिद की। इसके बाद महादेवघाट में दोनों की मुलाकात हुई। इस दौरान छत्रपाल ने महिला को शादी करने का आश्वासन दिया। साथ ही भरोसा दिलाया कि उसके बेटे को भी वह अपना बेटा समझकर रखेगा। महिला उसकी बातों में आ गई। इसके बाद छत्रपाल अक्सर महिला से मिलने रायपुर आता था। महिला ने शादी करने कहा, तो छत्रपाल कतराने लगा। बहानेबाजी करते हुए शादी करने से इनकार करने लगा।
पीछा छुड़ाने किया कत्ल, मासूम को भी नहीं बख्शा
छत्रपाल ने करीब दो माह पहले किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली। इधर महिला भी उससे शादी करने की जिद कर रही थी। महिला से पीछा छुड़ाने छत्रपाल ने अपने चचेरे भाई शुभम कुमार सिंगौर के साथ प्लानिंग की। इसके तहत महिला और उसके बेटे को 18 जून को खम्हारिया बुलाया। इसके बाद दोनों ने मिलकर पहले महिला की गला दबाकर हत्या की। इसके बाद उसके बेटे को भी मार डाला। फिर दोनों को साड़ी में लपेट दिया। इसके बाद पत्थर बांधकर अलग-अलग कुएं में फेंक दिया।
परिजनों ने दर्ज कराया गुमशुदा का मामला
18 जून को सुनीता बेटे को लेकर अपने घर से निकली, लेकिन शाम तक वापस नहीं आई। सुनीता का मोबाइल भी बंद बता रहा था। चिंतित परिजनों ने 19 जून को सिविल लाइन थाने में शिकायत की। पुलिस ने गुमशुदा का अपराध दर्ज कर लिया, लेकिन महिला की तलाश शुरू नहीं हुई। दूसरे-तीसरे दिन भी कुछ नहीं हुआ। 22 जून को अमलेश्वर के खम्हारिया में कुएं से बदबू आने की शिकायत के बाद पुलिस ने शव को बाहर निकाला। शव डिकंपोज हो चुका था।