इस दौरान रायपुर की सड़कों पर पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकियों की तस्वीर चिपका दी गई है, जिसपर राहगीर गुजरते हुए थूक रहे है। लोगों में इस घटना के बाद से भारी आक्रोश है।
परिवार का बंधाया ढांढस
साय ने शोकाकुल परिवारजनों से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। साय ने कहा कि स्वर्गीय मिरानिया के पावन स्मृतियों को सहेजने और चिर स्थायी बनाने लिए सरकार किसी सड़क या चौक को उनके नाम पर करने की बात कही। इस हमले का लेंगे बदला
साय ने कहा कि आतंकवादियों की इस कायराना हरकत ने देश की आत्मा पर चोट किया है। पूरे
प्रदेश के लिए भी यह दुख और पीड़ा का क्षण है। घिनौनी आतंकवादी घटना में प्रदेश ने अपना एक बेटा खो दिया है। उन्होंने कहा कि धारा 370 हटने से जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित हुई, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिला और घाटी के विकास को गति मिली थी। आतंकवादियों ने पर्यटकों के जरिए कश्मीर और देश को अस्थिर करने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि पूरा देश एकजुटता के साथ इस अमानवीय कृत्य का बदला लेगा। साय ने कहा कि पाकिस्तान के शह पर हुई इस हमले का अंजाम उसे भुगताना पड़ेगा। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओ पी चौधरी, केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, विधायक किरण देव, विधायक राजेश मूणत और नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में आम नागरिक मौजूद रहे।
शादी की सालगिरह मनाने गया था परिवार
दरअसल मंगलवार को दिनेश मिरानिया अपनी शादी की सालगिरह मनाने के लिए परिवार के साथ पहलगाम के बैसारन घाटी इलाके में गए थे, जहां आतंकियों ने उनका नाम पूछकर पत्नी और बच्चों के सामने गोली मार दी थी। इस हमले में उनकी पत्नी नेहा घायल हुईं, जबकि दोनों बच्चे सुरक्षित हैं।
रायपुर के समता कॉलोनी निवासी दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर बुधवार शाम को जब उनके घर पहुंचा, तो पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया। गुरुवार सुबह अंतिम यात्रा में शामिल होने खुद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और कई वरिष्ठ नेता पहुंचे। दोनों ने कंधा देकर दिनेश को अंतिम विदाई दी। सीएम ने परिवार को भरोसा दिलाया कि सरकार हर कदम पर साथ खड़ी है और उनकी स्मृति को स्थायी रूप देने के लिए किसी सड़क या चौक का नाम उनके नाम पर रखा जाएगा।