वहीं, पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में आने वाले खिलचीपुर-घाटोली रेलवे ट्रैक पर भी ट्रेनें चालू नहीं हुई हैं। जिले के नागरिकों को आस थी कि जल्द से जल्द ट्रेन चालू हो जाएगी और अगले माह यानी मार्च से ट्रेन राजस्थान के लिए मिलने लगेगी लेकिन अनुमति अभी भी प्रक्रिया में ही है। जिससे ट्रेन फिलहाल चालू नहीं हो पाई है।
नरसिंगढ़ : तुर्कीपुरा-बड़ोदिया तालाब में मुआवजे की लड़ाई
नरसिंहगढ़ ब्लॉक में बड़ोदिया तालाब और कुरावर के तुर्कीपुरा दोनों ही गांव के मामले प्रशासन से सुलझ नहीं पा रहे हैं। यहां विधायक मोहन शर्मा के साथ ही प्रशासनिक टीमें कैम्प लगा चुकी हैं, उन्हें समझाइश भी दी गई लेकिन कुछ ग्रामीणों का मामला कोर्ट में विचाराधीन है, कुछ मानने को तैयार नहीं है। कलेक्टर हर मीटिंग में निर्देश जारी करते हैं कि प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाया जाए, रेलवे का काम किसी भी स्थिति में रुकना नहीं चाहिए लेकिन जमीनी काम नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों को न समझाइश दी गई न ही रेलवे ने तालमैल बैठाकर काम को आगे बढ़ाया। दोनों ही गांव के ग्रामीणों की मांग है कि जब से हमारी जमीन अधिग्रहित की गई उस हिसाब की दरों से तो हमें जमीन के दाम मिले, अब नाम मात्र की दरों में राशि दी जा रही है जिसे हम नहीं लेंगे न जमीन देंगे।
ब्यावरा : दो हाइवे क्रॉस कर रहे, तीसरी पटरी बिछा रहे
ब्यावरा डिविजन में काम तेजी से चल रहा है, यहां दो हाइवे को क्रॉस करते हुए लाइन डाली जा रही है। पहला जयपुर-जबलपुर हाइवे और दूसरा देवास-ब्यावरा हाइवे पर काम जोरों पर है। इसके अलावा स्टेशन पर बनने वाले जंक्शन के लिए प्लेटफॉर्म क्रमांक-तीन के लिए पटरियां बिछाने का काम चल रहा है। ये भी पढ़ें: एमपी में बायपास की जमीनों के रेट बढ़े, 96 गांवों को होगा तगड़ा फायदा राजगढ़ : नेवज का बड़ा पुल बन रहा, ट्रैक डाल रहे
जिला मुख्यालय पर नेवज नदी में बड़े पुल का काम तेजी से चल रहा है। रेलवे स्टेशन लगभग बनकर तैयार है। खिलचीपुर के बाद अब राजगढ़ तक का ट्रैक प्राथमिकता से तैयार किया जा रहा है, जल्द ही इसका ट्रॉयल लेने की योजना रेलवे की है। इसके बाद यहां तक ट्रेन चलने लगेगी।
खिलचीपुर : ट्रैक तैयार, फिलहाल ट्रेनें नहीं चल रहीं
20 फरवरी को सीआरएस निरीक्षण के बाद से काम चल ही रहा है। जल्दबाजी में रेलवे ने निरीक्षण करवा लिया लेकिन अभी तक ट्रैक पर ट्रेनें नहीं चलने लगी हैं। भोपाल मंडल के चीफ इंजीनियर गौरव मिश्रा के अनुसार हमने ट्रेनें चलाने रेलवे बोर्ड से अनुमति मांगी है लेकिन अभी मिली नहीं है। रेलवे का काम अपनी रफ्तार से चल ही रहा है, निर्माण विभाग के अधिकारी जाते भी हैं, मुआयना करने के साथ ही संबंधित अधिकारियों से भी मिलते हैं। जहां जिस स्तर पर काम रुका हुआ होगा, उसे दुरुस्त कराएंगे। – नवल अग्रवाल, पीआरओ, पश्चिम मध्य रेल, भोपाल