रोजाना की तरह मवेशी मालिक सुशीला कवर पति बहाली कवर शुक्रवार 7 फरवरी रात को सभी मवेशी को कोठार में छोड़ दिया था। दूसरे दिन शनिवार 8 फरवरी को सुबह गाय को घर के समीप खलियान में जाकर देखा तो एक गाय नहीं था। मवेशी मालिक अपने स्तर से जांच-पड़ताल कर रहे थे।
वन विभाग ने की पुष्टि, 3 माह की गर्भवती थी गाय
इस दौरान पता चला कि कोठार के बाहर उक्त मवेशी खून से लथपथ हालत में मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। मवेशी मालिक इनकी सूचना वन विभाग ठाकुरटोला रेंज को दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर पशु विभाग गंडई में पदस्थ डॉक्टर संदीप इंदुरकर को पोस्टमार्टम करने के लिए बुलाया गया। जहां उक्त मवेशी के गला में चोट के निशान एवं पीछे का हिस्सा पूरा डैमेज पाया गया।
गाय 3 माह से गर्भ में थी और गाय का
तेंदुए ने शिकार करना बताया। घटना से मवेशी मालिक व क्षेत्र के निवासियों में दहशत का माहौल है। पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट बना हुआ है। वन विभाग की टीम ने जंगल की ओर जाने मना किया है और सतर्क रहने की सलाह दी है।