जल संसाधन विभाग के अफसरों की यह गलती पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले भी कई दफे सामने आया है कि बारिश के मौसम में
शिवनाथ नदी में बने स्टापडेम कम एनीकट के गेटों को खोला नहीं गया। वहीं बंद करने के समय देरी होने के कारण इन एनीकटों में गर्मी के मौसम के लिए पानी नहीं रहता। अभी हाल ही में तकरीबन दस दिनों से जिले में बारिश की चेतावनी मौसम विभाग द्वारा दी जा रही थी।
भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी अनुसार राजनांदगांव जिले में इस वर्ष चालू मानसून वर्ष में 1 जून 2025 से अब तक जिले के सभी 7 तहसीलों में 1753.4 मिमी बारिश एवं औसत 250.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अब तक सर्वाधिक वर्षा राजनांदगांव तहसील में 351.7 मिमी दर्ज की गई है।
वनांचल में तेज बारिश के बाद मोंगरा बैराज से पानी छोड़े जाने की जानकारी भी दी गई। इसके बाद भी जल संसाधन विभाग के अफसरों ने गेट खुलवाने में गंभीरता नहीं दिखाई। कम हो रहा शिवनाथ का जल स्तर
तीन दिनों से हो रही बारिश बुधवार दोपहर के बाद थम गई है। बारिश थमने के बाद बैराजों से कम पानी छोड़ा जा रहा, जिसके चलते शिवनाथ का जल स्तर भी घटने लगा है। शिवनाथ का जल स्तर कम होने से नदी किनारे व निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। बाढ़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष का हेल्प लाइन नंबर 7744220557 जारी किया है।
24 घंटे में छुरिया में सर्वाधिक बारिश जिले के सभी 7 तहसीलों में पिछले 24 घंटे में 264.3 मिमी एवं औसत 37.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। डोंगरगढ़ तहसील में 27.2 मिमी, लाल बहादुर नगर तहसील में 29 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 43.6 मिमी, घुमका तहसील में 43.5 मिमी, छुरिया तहसील में 46.7 मिमी, कुमरदा तहसील में 38.7 मिमी, डोंगरगांव तहसील में 35.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक वर्षा छुरिया तहसील में 46.7 मिमी दर्ज की गई है।
एनीकट के कुछ गेट खुले हुए हैं। कुछ में खराबी है। वैसे एनीकट के गेट खुले या बंद होने से नदी का जल स्तर बढ़ता है, यह तकनीकी रूप से बिलकुल गलत है। गेटों की क्षमता से अधिक पानी की आवक है। इसलिए जल स्तर बढ़ रहा है। – निलेश रामटेके, ईई जल संसाधन विभाग
शिवनाथ में छोड़ा जा रहा 36 हजार क्यूसेक पानी पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से खेत-खलिहान और नदी-नाले उफान पर है। भारी बारिश को ध्यान में रखते हुए बैराज से पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। मोंगरा बैराज के गेट नंबर 5 से 20 हजार क्यूसेक, घुमरिया नाला बैराज से 10800 क्यूसेक, सूखा नाला बैराज से 5200 क्यूसेक एवं खातू टोला बैराज से 600 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा जा रहा है। इस तरह कुल 36000 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है। इससे पहले मंगलवार तक तकरीबन ६० हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। इससे शिवनाथ का जल स्तर काफी बढ़ गया था। जिला प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट जारी करवाया है। लोगों को नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की अपील की है।