मिशन मोड पर किया विभागों ने काम
शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग तथा श्रम विभाग के समन्वय से अभियान चलाया गया। शिक्षा विभाग ने हर पंचायत में सर्वप्रथम निर्माण श्रमिकों को चिन्हित कर उनके बच्चों के स्कॉलरशिप फॉर्म एकत्रित कर ग्राम पंचायत कार्यालयों में पहुंचाए। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने ग्राम पंचायतों के माध्यम से पात्र श्रमिकों को 90 दिन का कार्य प्रमाण पत्र तैयार कर फॉर्म संबंधित विद्यालय को पुन: लौटाए गए। शिक्षा विभाग ने नियुक्त नोडल छात्रवृति प्रभारी ने ई-मित्र पर आवेदन ऑनलाइन जमा करवाने में छात्र-छात्राओं का सहयोग किया। अंत में श्रम विभाग की ओर से ऑनलाइन प्राप्त प्रकरणों की अविलम्ब संवीक्षा कर स्वीकृति प्रदान की गई। जिला प्रशासन ने अब वर्ष 2025-26 की कार्य योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
पुस्तक का किया विमोचन
कलक्ट्रेट स्थित डीओआईटी वीसी कक्ष में शिक्षा विभाग की ओर से तैयार विद्यार्थियों में नेतृत्व कौशल पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस दौरान जिला कलक्टर, सीडीईओ मुकुट बिहारी शर्मा, डीईओ (प्रारम्भिक) राजेन्द्र गग्गड़, डीईओ (माध्यमिक) नूतन प्रकाश जोशी आदि उपस्थित रहे।