इस गाड़ी का एसपी मनीष त्रिपाठी ने अवलोकन भी किया और इसके बारे में जानकारी हासिल की। जानकारी के अनुसार हाइवे पर वाहनों की रेलमपेल रहती है। ऐसे में ये वाहन तेज गति से गुजर जाते हैं। जिससे हर समय हादसे की आशंका रहती है। राजसमंद से निकले रहे नेशनल हाइवे पर तेज गति के कारण कई हादसे भी हो चुके हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए एक इंटरसेप्टर वाहन की जरूरत महसूस की जा रही थी। पुलिस मुख्यालय ने राजसमंद को एक इंटरसेप्टर वाहन उपलब्ध करा दिया है। जो हाइवे पर वाहनों की स्पीड को नापेगा।
चालान जमा नहीं कराया तो वाहन ब्लैक लिस्टेड
ओवर स्पीड वाहन की ओर से निर्धारित अवधि में यदि चालान जमा नहीं करवाया जाता है तो संबंधित वाहन को परिवहन विभाग की ओर से ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद वो वाहन सड़क पर दौड़ नहीं पाएगा। ये सारी कवायद दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की दृष्टि से की गई है। इस वाहन के कारण हाइवे पर होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा और यातायात नियमों की भी पालना हो सकेगी।
ये है इस वाहन की खासियत
जानकारी के अनुसार हाइवे पर वाहनों की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। यदि इस स्पीड से अधिक गति से वाहन हाइवे पर चलता पाया जाता है तो इंटरसेप्टर वाहन के कैमरे की पकड़ में आ जाएगा। ऐसे में वाहन को रोकने की जरूरत नहीं है। वाहनों के नंबर कैमरे में आने के साथ ही ऑनलाइन ई चालान संबंधित वाहन मालिक के पास पहुंच जाएगा। 21 दिन की अवधि में चालान की कॉपी भी संबंधित व्यक्ति के घर पहुंच जाएगी।
एकदम डिजिटल है ये इंटरसेप्टर वाहन
जानकारी के अनुसार इस वाहन की एक और खास बात है कि संबंधित गाड़ी की वॉइस रिकॉर्डिंग भी आसानी से हो सकेगी। इंटरसेप्टर आधुनिक डिजिटल जीपीएस, वाईफाई और इंटरनेट तकनीक से लैस हैं। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले हाई डेफिनेशन कैमरा सहित एक किलोमीटर दूरी से वाहनों की गति मापने की क्षमता का स्पीड लेजर गन उपलब्ध है। वाहनों का स्वत: नबर प्लेट पहचान कर वाहन के फोटो और वीडियो लेकर इंटरनेट से एनआईसी-आईटीएमएस आनलाइन ई-चालान जारी करने में सक्षम है। इसमें लेजर ट्रैक गति कैमरे के अतिरिक्त 360 डिग्री का कैमरा रिकॉर्डर, सांस से एल्कोहल की पहचान, टिंट मीटर, एलईडी साइनेज, एलईडी लाइटबार और उच्च क्षमता का साइरन और पीए सिस्टम उपलब्ध है। इनका कहना है हाइवे पर दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए एक इंटरसेप्टर वाहन की जरूरत महसूस की जा रही थी। पुलिस मुख्यालय की ओर से ये गाड़ी राजसमंद को मिली है। इसके माध्यम से हाइवे पर चलने वाले वाहनों की गति पर नियंत्रण किया जाए सकेगा। तेज गति से चलने वाले वाहन इसके कैमरे में कैद हो जाएंगे और इसका ई चालान संबंधित व्यक्ति के पास पहुंच जाएगा। ऐसा होने से दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा।
- मनीष त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक, राजसमंद