चीख-पुकार सुनकर दौड़े परिजन
घटना के वक्त बुजुर्ग की चीखें और मवेशियों की रंभाने की आवाजें सुनकर घर के लोग और पड़ोसी जाग गए। मृतक के रिश्तेदार प्रकाश, सोहनलाल, भूरालाल और प्रकाश पन्नालाल तुरंत मौके पर पहुंचे और लाठियों व टॉर्च की रोशनी से भालुओं को भगाया। लेकिन तब तक भालुओं ने सवालाल को इतनी बुरी तरह से घायल कर दिया था कि उन्होंने घर पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।
गांव में दहशत का माहौल
सूचना मिलने पर 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और शव को केलवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्च्युरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। केलवाड़ा पुलिस थाने के सहायक उप निरीक्षक रोशनलाल ने मामले की पुष्टि की है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, गजपुर-अंटालिया क्षेत्र के जंगलों में पिछले 15 दिनों से लगी आग के कारण भालू सहित अन्य वन्यजीव आबादी वाले क्षेत्रों की ओर आ रहे हैं। इससे ग्रामीणों और जंगली जानवरों के बीच टकराव की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग
घटना के बाद थोरिया और वाली भाली बस्ती के ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल है। लोग प्रशासन से वन्यजीवों की बढ़ती आवाजाही पर रोक लगाने, रात में गश्त बढ़ाने और रात के समय शौचालय सुविधा का वैकल्पिक प्रबंध करने की मांग कर रहे हैं।