खाद्य विभाग के अनुसार जिले के 4 लाख 76 हजार 87 परिवारों के 18 लाख 82 हजार 979 लोगों को शासकीय उचित मूल्य दुकानों से हर माह राशन का वितरण होता था। सरकार ने खाद्यन वितरण में पारदर्शिता लाने और फर्जीवाड़ा रोकने हर सदस्य की ई-केवाईसी कराई तो जिले में अंतिम तारीख तक 15 लाख 58 हजार 260 लोग ही मौजूद मिले हैं। मुफ्त राशन लेने वाले बाकी 3 लाख 24 हजार 719 लोग कहां गए यह किसी को पता नहीं है।
– 10.71 करोड़ रुपए कीमत का खाद्यान बचेगा
इस बार सरकार जून, जुलाई व अगस्त को मिलाकर एक साथ तीन माह का राशन वितरण कर रही है, इस हिसाब से एक व्यक्ति को 15 किलो के हिसाब से देखें तो गायब हुए 3 लाख 24 हजार 719 लोगों को 48 हजार 707 क्विंटल खाद्यान वितरण होता। इसमें यदि एक क्विंटल खाद्यान की कीमत औसत 2200 रुपए भी आंक ली जाए तो इसकी कीमत 10 करोड़ 71 लाख 57 हजार 270 होती है।
– 12583 मृत, विवाहित व फर्जी नाम मिले
खाद्य विभाग ने जांच के बाद गलत तरीके से सालों से मुफ्त राशन लेने वाले जिले के 12583 लोगों के नाम काटे हैं। इसमें मृत, विवाहित और कुछ फर्जी नाम होने की बात भी सामने आई है। इसमें सबसे ज्यादा 4579 नाम खुरई विधानसभा क्षेत्र में आने वाली पंचायतों व नगरीय निकाय के शामिल हैं।
– किस विधानसभा में कितने नाम कटे
विधानसभा, सदस्यों की संख्या खुरई, 4579 बंडा, 1925 देवरी, 1808 सुरखी, 1478 रहली, 1152 सागर, 443 बीना, 433 नरयावली, 423 – नोट : 342 नाम सागर जनपद क्षेत्र से कटे हैं, जिसमें सागर, नरयावली व सुरखी विधानसभा के गांव भी शामिल हैं।
– फैक्ट फाइल
11 जनपद पंचायत जिले में 18 नगरीय निकाय जिले में 4.76 लाख परिवार 18.82 लाख सदस्य 15.58 लाख की केवाईसी हुई 3.24 लाख लोगों की केवाईसी बाकी 10.71 करोड़ रुपए कीमत का खाद्यान बचेगा
– ई-केवाईसी करा ली तो राशन मिलने लगेगा
जिन सदस्यों की ई-केवाईसी नहीं हुई है, उनको जून माह से राशन का वितरण नहीं होगा। हालांकि लोगों को यह सुविधा रहेगी कि वह यदि ई-केवाईसी करा लेते हैं, तो उनको राशन की पात्रता मिल जाएगी। ज्योति बघेल, खाद्य आपूर्ति नियंत्रक, सागर